Raipur. छत्तीसगढ़ मे फिर सिलगेर मामले में सियासत हो रही है। इसमें अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मंत्री राजेश मूणत आमने सामने आ गए हैं। गुरुवार को सीएम भूपेश बघेल ने जगदलपुर दौरे पर रहे और उन्होने कहा है कि नक्सलियों द्वारा भड़काने पर ग्रामीण आंदोलन जरूर कर रहे हैं लेकिन इसका कोई असर विधानसभा चुनाव में नहीं पड़ेगा। वहीं सीएम ने कुछ बातों को गोपनीय बताया है। इस पर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने निशाना साधा है और कहा है कि सिलगेर के मामले मे जनता को सच जानने का हक है?
क्या-क्या कहा सीएम बघेल ने?
जगदलपुर में पत्रकारों को चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिलगेर में ग्रामीणों के आंदोलन को लेकर कहा कि नक्सलियों द्वारा भड़काने पर ग्रामीण आंदोलन जरूर कर रहे हैं, लेकिन इसका कोई असर विधानसभा चुनाव में नहीं पड़ेगा उन्होंने आंदोलन को प्रायोजित बताया। सीएम का कहना है कि इलाके के ग्रामीणों से हमारी बात हो गई है। अगर हम मुआवजा की राशि उन्हें देते हैं तो नक्सली ले लेंगे, और अगर नौकरी देते हैं तो उन्हें मार देंगे। कुछ और भी बातें हमारे बीच हुई है लेकिन वह गोपनीय है।
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने किया ट्वीट
इस मामले में पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने ट्वीट किया है। राजेश मूणत ने लिखा है कि भूपेश बघेल जी जिन सवालों का जवाब नहीं दे पाते उन्हें या तो गोपनीय बता देते हैं या फिर सत्ता में होने के बाबजूद विपक्ष से ही सवाल पूछने लग जाते हैं! सिलगेर के मामले मे जनता को सच जानने का हक है?
भूपेश बघेल जी जिन सवालों का जवाब नहीं दे पाते उन्हें या तो गोपनीय बता देते हैं या फिर सत्ता में होने के बाबजूद विपक्ष से ही सवाल पूछने लग जाते हैं!
सिलगेर के मामले मे जनता को सच जानने का हक है? @bhupeshbaghel
— Rajesh munat (@RajeshMunat) May 26, 2023
क्या है मामला?
साल 2021 में 11 को बीजापुर के सिलगेर में स्थापित पुलिस कैंप के विरोध में ग्रामीणों ने आंदोलन की शुरुआत की। बताया जाता है कि आंदोलन के पांचवें दिन ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई जिसके बाद पुलिस के जवानों ने ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी, जिसमें 4 ग्रामीणों की मौत हो गई थी। इस पूरी घटना के बाद ग्रामीणों में जमकर आक्रोश आया और आंदोलन उग्र हो गया। अब आंदोलन में 50 से अधिक गांवों के लोग आंदोलन में शामिल हो गए। इस आंदोलन को अब लगभग 2 साल बीत हो गए हैं। पूरा आंदोलन 3 सूत्रीय मांग को लेकर है।