RAIPUR. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस इन दिनों रायपुर में होने वाले अपने राष्ट्रीय अधिवेशन को भव्य बनाने की तैयारी में जुटी हुई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं का दौरा शुरू हो चुका है। कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता पूरी तरह चार्ज है। वहीं भाजपा का कहना है कि इस राष्ट्रीय अधिवेशन से कांग्रेस को कोई खास फायदा होने वाला नहीं है उनका यह भी आरोप है कि अधिवेशन को सफल बनाने के लिए सत्ता और प्रदेश के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। इस तरह कांग्रेस के अधिवेशन को लेकर प्रदेश की राजनीति गरम होने लगी है।
2023 के विधानसभा, 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रोड मैप तैयार होगा
बता दें कि इस चुनावी साल में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को चार्ज करने और प्रदेश में पार्टी के प्रति माहौल पैदा करने के उद्देश्य लगातार कोई ना कोई कार्यक्रम कर रही है। इसी के मद्देनजर कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन रायपुर में होने जा रहा है। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस के सभी राष्ट्रीय नेता छत्तीसगढ़ में शिरकत करेंगे। 3 दिनों तक रायपुर में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पूरा रोड मैप तैयार किया जाएगा। निश्चित रूप से इससे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का माहौल खड़ा हो रहा है।
2024 की तैयारी का प्लान रायपुर से निकलेगा
आज कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल और एआईसीसी कार्यालय प्रभारी और कोऑर्डिनेटर गुरदीप सप्पल अधिवेशन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे। केसी वेणुगोपाल ने तैयारियों की तारीफ करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम सफल होगा। गुरदीप सप्पल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का महाधिवेशन हो रहा है। यहां की संस्कृति, यहां के लोगों से हमारे कार्यकर्ता रूबरू होंगे, यह हमारे लिए एक माइल स्टोन की तरह होगा। 2024 की तैयारी का प्लान रायपुर से निकलेगा।
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बीजेपी का आरोप- अधिवेशन के लिए सत्ता का दुरुपयोग
इधर भाजपा के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन का कोई असर नहीं होगा क्योंकि इससे जनता का कोई इंवॉल्वमेंट नहीं है। जनता तो परेशान हो रही है। उन्होंने अधिवेशन के लिए सत्ता का दुरुपयोग आरोप लगाते हुए कहा कि सभी विभाग के अधिकारी कर्मचारी परेशान हैं क्योंकि उनसे एक्स्ट्रा काम करवाया जा रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता आ रहे हैं उनका स्वागत है, लेकिन पार्टी के अधिवेशन के लिए साधनों का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। इसका कांग्रेस को फायदा होने की बजाए नुकसान होगा। भाजपा को इससे कोई दिक्कत नहीं है। कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और अपना अधिवेशन कर रही है, हमारा तो हर दिन इस तरह का कार्यक्रम हो रहा है।
देखना होगा कि 2023 में 2003 का इतिहास दोहराएगा
हम आपको बता दें कि 2003 में इसी तरह विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन रायपुर में किया गया था। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं ने विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव की रणनीति भी रायपुर में तैयार की थी और उसके बाद छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनी थी। ठीक उसी तरह कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन भी विधानसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ में होने जा रहा है, निश्चित रूप इससे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का माहौल बनेगा। अब देखना ये होगा कि 2023 में 2003 का इतिहास दोहराता है फिर भाजपा की बात सही साबित होती है।