शिवम दुबे, Raipur. छत्तीसगढ़ भाजपा का पूरा जमावड़ा आज बस्तर में हैं। जगदलपुर का लालबाग मैदान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभा के लिए सजा दिया गया है। बीजेपी अध्यक्ष आमसभा करने के लिए जगदलपुर पहुंच गए है। जहां एयरपोर्ट पर जेपी नड्डा का शानदार स्वागत भी किया गया है। वहीं दूसरी ओर नड्डा के दौरे को लेकर कांग्रेस लगातार निशाना साध रही है। अब नड्डा के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है। सीएम बघेल ने कहा है कि चुनाव नजदीक है तो नेताओं के दौरे लगे रहेंगे। लेकिन नड्डा जी अपने गृह प्रदेश को नहीं बचा पाए तो यहां क्या कर लेंगे।
छत्तीसगढ़ में नहीं लगाएंगे 144 धारा: CM
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि चुनाव आ रहे है तो दौरे पर तो आएंगे ही.. बाकी समय पर तो भाजपा नेता नहीं आएंगे। चुनाव नजदीक आ रहे है तो सभी आयेगें। कांग्रेस जब उत्तरप्रदेश जाते थे तो वहां धारा 144 लग जाती थी लेकिन यहां छत्तीसगढ़ में हम ये सब नहीं लगाएंगे। नड्डा जी अपने गृह प्रदेश को नहीं बचा पाए तो यहां क्या कर लेंगे।
ये भी पढ़ें...
अंतरराष्ट्रीय सूचकांकों में भारत की स्थिति पर बोले
सीएम ने कहा है कि जनसंख्या की दृष्टि से जरूर हम आगे हैं। लेकिन भुखमरी, गरीबी, शिक्षा सब में हम लोग निचले पायदान पर हैं। जो पड़ोसी देश है नेपाल, बांग्लादेश उससे भी निचले स्तर पर हैं, तो फिर विश्व गुरु कैसे बनेंगे?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर भी बोले
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि निर्मला जी कभी प्याज नहीं खाती।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है नाना का सरनेम लिखने में शर्म आती है। भारतीय जनता पार्टी के नेता दादा का सरनेम न लिखकर नाना का सरनेम लिखना चाहिए। क्यों की प्रधानमंत्री जी ने कहा है। प्रधानमंत्री कह रहे थे कि मैं कितनो पर भारी पड़ रहा हूं। सब पर भारी पड़ते अगर प्रधानमंत्री अडानी के बारे में बोल देते। अडानी ही सब पर भारी पड़ गए। सत्ता पर आदानी भारी पड़ गए इसलिए सत्ता पक्ष के लोग एक शब्द नहीं बोल पा रहे हैं।
नक्सलवाद का सबसे ज्यादा दंश हमने सहा- CM
पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के बीजेपी नेता की हत्या को राजनीतिक मायने बताने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि डॉक्टर रमन सिंह 15 सालों तक मुख्यमंत्री थे तब कहते थे इस तरह की घटनाओं पर राजनीति नहीं देखना चाहिए। आज राजनीति देख रहे हैं। नक्सलवाद का दंश हमने सबसे ज्यादा सहा है। झीरम पर इसलिए तो हम कह रहे नार्को टेस्ट हो जाए। रमन सिंह, अमित जोगी, मुकेश गुप्ता सबका नार्को टेस्ट हो जाए तो रमन सिंह चुप थे।