/sootr/media/post_banners/3c3bd30c006709f76bfe61dce5678584a22d34669447c50af2e5715dd8539d0d.jpeg)
RAIPUR. बस्तर की पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को लैंड एडवेंचर अवॉर्ड दिया जाएगा। इसके लिए युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने भारत सरकार नैना को चुना है। 30 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगी। नैना सिंह धाकड़ पुरस्कार दिल्ली जाएंगी। नैना भूटान, नेपाल, उत्तराखंड, सिक्किम, लेह लद्दाख समेत कई जगहों पर 20 से ज्यादा ऊंची चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुकी हैं।
तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से होंगी सम्मानित
केंद्र सरकार ने साल 2021 के लिए तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कारों की घोषणा की है। यह पुरस्कार चार श्रेणियों लैंड एडवेंचर, वॉटर एडवेंचर, एयर एडवेंचर और लाइफटाइम अचीवमेंट में दिया जाता है। पुरस्कार में हर खिलाड़ी को 15 लाख रुपए नकद, स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र दिया जाता है। 1990 में जन्मी नैना सिंह धाकड़ बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर से 12 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग-30 के किनारे बसे छोटे से आदिवासी बाहुल्य टाकरागुड़ा गांव की निवासी हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
एडवेंचर के क्षेत्र में संबंधित व्यक्तियों को मिलता है पुरस्कार
नैना सिंह धाकड़ के अनुसार तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार हर साल एडवेंचर के क्षेत्र में संबंधित व्यक्तियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों को सराहने के लिए दिया जाता है। इसके अलावा युवा लोगों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में धीरज, जोखिम लेने, सहकारी टीम वर्क और तुरंत सक्षम और प्रभावकारी कदम उठाने की भावना विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने और युवा लोगों को साहसिक गतिविधियों या कार्यों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए दिए जाते हैं।
सिर्फ 9 दिन में ही माउंट एवरेस्ट पर फहराया था तिरंगा
दस साल पहले पर्वतारोहण के क्षेत्र में कदम रखा तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। पिछले साल जून में नौ दिनों के भीतर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848.86 मीटर) और चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट लहोत्से (8516 मीटर) पर चढ़ाई करके चर्चा में आईं थी। पर्वतारोहण के क्षेत्र में उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हैं। वो मोटरबल खरंदुला (6000 मीटर) पर साइक्लिंग भी कर चुकी हैं।