RAIPUR. छत्तीसगढ़ में बिजली की नई दर तय करने के लिए तैयारी शुरू हो गई हैं। बिजली नियामक आयोग में आज मंगलवार को जनसुनवाई हुई। इस दौरान कृषि, घरेलू और गैर घरेलू वर्ग के उपभोक्ताओं ने अपनी-अपनी बातें रखीं। एक तरफ जहां कृषि क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने दिन के समय हो रही बिजली कटौती बंद करने की बात रखी। तो वहीं साथ ही किसानों ने कृषि के लिए अलग फीडर की मांग भी रखी। वहीं घरेलू उपभोक्ताओं ने अस्थाई कनेक्शन में सब्सिडी और स्लैब का फायदा दिलाने की मांग की।
बुधवार को भी जारी रहेगी जनसुनवाई
जानकारी के अनुसार ये जनसुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी। इस दिन उच्च दाब, निम्न दाब और नगर निगम, निकाय ट्रेड यूनियन वर्ग के उपभोक्ताओं को अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा। राज्य में 1 अप्रैल से बिजली की नई दरें लागू होनी हैं। इसके लिए बिजली वितरण कंपनी ने आयोग के पास पिटिशन दाखिल की थी। इस पर आयोग ने जनसुनवाई भी बुलाई है।
कंपनी ने खुद को बड़े नुकसान में बताया
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस लिहाज से बिजली की दर में बढ़ोतरी के आसार कम तो हैं, लेकिन दूसरी ओर वितरण कंपनी की ओर से दी गई पिटिशन में कंपनी ने खुद को बड़े नुकसान में बताया है। इस लिहाज से नुकसान को कम करने के लिए बिजली की दरें बढ़ाना जरूरी भी माना जा रहा है।
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मौजूदा टैरिफ से कंपनी को इस साल 3 हजार करोड़ का फायदा
जानकारी के मुताबिक बिजली की मौजूदा टैरिफ से इस साल भी बिजली कंपनी को लगभग 3 हजार करोड़ रुपए का फायदा होने जा रहा है, लेकिन इस फायदे से पिछले साल के घाटे को कम करने के बाद अब भी बिजली कंपनी लगभग 3 हजार करोड़ रुपए के घाटे में रहेगी। इस याचिका को लेकर नियामक आयोग ने लोगों से सुझाव मांगा था और अब उनके परीक्षण के लिए 21 और 22 फरवरी को जनसुनवाई करने का निर्णय लिया गया है, इसी के तहत सुनवाई जारी है।