शिवम दुबे, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है। इसमें शामिल होने देशभर के दिग्गज कांग्रेस नेता रायपुर पहुंच रहे हैं। राहुल गांधी और सोनिया गांधी रायपुर पहुंच चुके हैं। यहां राहुल गांधी और सोनिया गांधी का जोरदार स्वागत किया गया है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने एयरपोर्ट पर अभिनंदन किया है। राहुल और सोनिया के अलावा देशभर के 50 से ज्यादा दिग्गज नेता भी रायपुर पहुंच चुके हैं। सभी दिग्गज नेता एक एक कर अधिवेशन स्थल पहुंच रहे हैं।
25 फरवरी को सोनिया, 26 को राहुल करेंगे संबोधित
जयराम रमेश ने जानकारी दी है कि कल यानी 25 फरवरी को अधिवेशन के दूसरे दिन कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संबोधित करेंगे। मल्लिकार्जुन के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी प्लेनरी को संबोधित करेंगी। इसके साथ ही 3 प्रस्तावों पर भी चर्चा की जाएगी। जिन प्रस्तावों में चर्चा की जानी है उनमें आर्थिक, विदेशी और राजनीतिक प्रस्ताव शामिल है। 26 फरवरी महाधिवेशन के आखिरी दिन राहुल गांधी प्लेनरी को संबोधित करेंगे। वहीं 3 अन्य प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी। इसके साथ 2 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का आखिरी भाषण होगा। इसके बाद कांग्रेस दिग्गज नेता विशाल पब्लिक रैली करेंगे।
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कार्यक्रम में सुरक्षा कर्मी को अचानक अटैक
रायपुर में कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन के दौरान सुरक्षाकर्मी बाउंसर को अचानक अटैक आ गया। अटैक से बाउंसर वहीं बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे डॉ ने उसका प्राथमिक उपचार किया और जिसके बाद बाउंसर को अस्पताल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि घटना सुबह करीब 11 बजे की है। वहीं बाउंसर का नाम ओंकार साहू बताया जा रहा है।
बेरिकेड्स के चलते मरीज तक देरी से पहुंची डॉक्टरों की टीम
बाउंसर ओंकार साहू अधिवेशन पंडाल के पास बने 10 बिस्तर अस्पताल का पहला मरीज था। मरीज तक पहुंचने में डॉक्टरों को आधे घंटे से ज्यादा का समय लगा। कार्यक्रम स्थल पर जगह-जगह सुरक्षा कारणों से गेट बंद किए गए थे। डॉक्टरों द्वारा इमरजेंसी कंडिशन बताने के बाद भी सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिस के अधिकारी पूछताछ ही कर रहे थे। ऐसे समय में चाहिए कि डॉक्टरों की टीम को जल्द से जल्द मरीज तक पहुंचने के लिए रास्ता दिया जाना ज्यादा जरुरी है। महाधिवेशन परिसर में 10 बिस्तर और पांच-पांच बिस्तर के तीन अस्थाई अस्पताल बनाए गए हैं। यहां मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था की गई है, लेकिन गर्मी से बचाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।