रायपुर में बेधड़क पान ठेलों पर बिक रहा बैन गुटखा, खपत करने वालों में नाबालिग अव्वल, खाद्य विभाग खानापूर्ति के लिए करता है कार्रवाई

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रायपुर में बेधड़क पान ठेलों पर बिक रहा बैन गुटखा, खपत करने वालों में नाबालिग अव्वल, खाद्य विभाग खानापूर्ति के लिए करता है कार्रवाई








नितिन मिश्रा, Raipur. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुटखा का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है।आलम यह है कि जर्दा युक्त गुटखा है जो छत्तीसगढ़ में बैन हैं, जिसकी बिक्री पर रोक लगी हुई है। द सूत्र की टीम ने बैन गुटखा के बारे में कई दुकानों पर जाकर पूछताछ की तो पाया कि रायपुर में आसानी से बैन जर्दा युक्त गुटखा पान दुकानों में मिल रहा है। साथ ही बिना किसी ब्रांडिंग के बीड़ी के बंडल भी बेचे जा रहे हैं। रायपुर में तंबाकू इसकी रोकथाम के लिए किसी प्रकार की जांच नहीं हो रही है। बीते तीन महीने से बैन खाद्य वस्तुओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इन बैन तंबाकू और बीड़ी का सेवन नाबालिग भी करते है जिनको रोकने वाला कोई नहीं है। दुकानदार भी आसानी से नाबालिगों को बेच देते हैं। 




प्रतिबंधित गुटका आसानी से उपलब्ध 



छत्तीसगढ़ में बीते तीन महीने पहले जर्दा युक्त गुटखा को बैन कर दिया गया है। लेकिन अभी भी यह जर्दा वाला गुटखा धड़ल्ले से मार्केट में बिक रहा है। महाराष्ट्र से आने वाला तंबाकू जो कि बैन है उसको छत्तीसगढ़ के कई शहरों में बनाया जा रहा है। जिससे तंबाकू युक्त गुटका आसानी 20-30 रुपए में  मिल जा रहा है। तंबाकू वाले गुटके की इतनी डिमांड है कि लोग इसे दोगुने रेट में भी खरीदने को तैयार रहते हैं। शहर की दुकानों में गांजा पीने के लिए आने वाले फिल्टर पेपर को भी बैन कर दिया था लेकिन दुकानों में यह बराबर से मिल रहा है। 



दुकानदार ने कहा जितनी पैकेट चाहिए मिलेगी 



द सूत्र की टीम ने जब पूरे मामले की पड़ताल की तो बाजार में पान गुटखा के दुकान चालकों से पता चला है कि तंबाकू वाले गुटखे के जितने पैकेट चाहिए वह मिल जाएगा। द सूत्र ने दुकानदार से पूछा कि इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती क्या? दुकानार ने बताया कि जबसे बैन है है तभी से आज तक कोई जांच करने नहीं आया न ही किसी पर कार्रवाई हुई है। 





नाबालिग में गुटखे का क्रेज बढ़ रहा



राजधानी रायपुर के ज्यादातर चौक-चौराहे पर सिगरेट या तंबाकू का नशा करते छोटे नाबालिग बच्चों को देखा जा सकता है। तंबाकू और गुटखे को लेकर नाबालिगों में क्रेज बढ़ते जा रहा है। युवा इसे फैशन का ट्रेंड समझ रहे हैं। इतना ही नहीं दुकानदार से द सूत्र के रिपोर्टर ने बात की तो उन्होने उल्टा समझाइश दे डाली और कहा कि किसी भी बच्चे को टोकना अपने पैर में कुल्हाड़ी मारने जैसा है। बच्चे पलट कर उल्टा-सीधा जवाब दे देते हैं।



क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी?



इस पूरे विषय को लेकर द सूत्र ने खाद्य विभाग के नियंत्रक के डी कुंजाम से बात की। के डी कुंजाम कहना है कि राजधानी रायपुर समेत सभी जगह शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है। विभाग लगातार जांच पड़ताल करता रहता है। के डी कुंजान ने बताया कि पिछले महीने राजनांदगांव में एक फैक्ट्री को बंद किया गया था। जहां से भारी मात्रा में जर्दा वाला गुटखा बनाया जाता था। साथ ही रेसीडेंसी रोड धमतरी में तंबाकू का नमूना लिया गया था जिसका परिणाम असुरक्षित आया तो इस पर भी जांच कर कार्रवाई की गई थी। पिछले महीने दिलीप ट्रेडिंग से सैंपल लेकर परिक्षण किया गया। उसका भी परिणाम असुरक्षित आया जिसका प्रकरण प्रक्रियाधीन है। जनवरी महीने में लखन ट्रेडिंग कंपनी में जाकर औचक निरीक्षण किया गया। जहां से केसरयुक्त पान राज और 20 पैकेट केसर युक्त सितार मिलने पर कार्रवाई की गई है। रायपुर में भी जल्दी कार्रवाई कर असुरक्षित तंबाकू से मुक्ति दिलाएंगे।


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