नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में ब्लैकमेलिंग का नया मामला सामने आया है। राजधानी के एक पत्रकार ने खबर छापने के नाम पर लाखों रुपए की वसूली की है। पत्रकार द्वारा पीड़ित के कंस्ट्रक्शन साइट के फोटो-वीडियो बना कर उसे धमकाकर जांच बैठाने का हवाला देता था। पत्रकार ख़ुद को बुलंद छत्तीसगढ़ अखबार का पत्रकार होना बताता था। पुलिस ने आरोपी को 5 लाख रुपयों सहित गिरफ्तार कर लिया है।
यह है मामला
जानकारी के मुताबिक रायपुर के पंडरी थाना में ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज की गई। जिसमें मेसर्स श्रिंग कंस्ट्रक्शन के संचालक पीड़ित अमित जायसवाल ने पुलिस को बताया कि एक साल पहले उसकी मुलाकात मनोज पांडेय नाम के व्यक्ति से हुई। वह अपने आप को बुलंद छत्तीसगढ़ अखबार का पत्रकार होने बताया था। कंस्ट्रक्शन कंपनी छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा निकाले जाने वाले टेंडर को पेटी कांट्रैक्ट के जरिए लेकर काम करती है। पत्रकार द्वारा वार्किंग साइट पर आकर वहां के फोटो-वीडियो बनाता था। और काम में गड़बड़ी बता कर लाखों रुपए की मांग करने लगा।
मेरी पहचान है बड़े-बड़े अधिकारियों से
आरोपी पत्रकार पीड़ित को बड़े अधिकारियों से पहचान होने का हवाला देता। और कहता मुझे सब जानते हैं शहर का हर एक ठेकेदार मेरे से डरता है। पीड़ित के द्वारा किए जा रहे काम में गड़बड़ी बताकर पेपर में छापने, जांच बैठाने, कोर्ट में घसीटने की बात कहकर धमकाता था। आरोपी ने अमित को डरा कर दो लाख रुपए वसूल लिए। साथ ही बीस लाख रुपए की और मांग करने लगा। जिसके बाद पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
पैसे देने पहुंचा पीड़ित
आरोपी पत्रकार द्वारा लगातार पैसे की मांग की जा रही थी। पीड़ित अमित जायसवाल आरोपी को पांच लाख रुपए देने गया। जहां पुलिस ने दबिश देते हुए ब्लैकमेलर को पांच लाख रुपयों के साथ गिरफ्तार कर लिया। अमित द्वारा दिए दो लाख रुपए को भी पुलिस ने जब्त करना चाहा लेकिन आरोपी द्वारा पचास हज़ार रुपए खर्च कर दिए गए। आरोपी से कुल साढ़े छः लाख रुपए बरामद किए गए हैं