Raipur. जातीय गर्व किसी राजनीतिक दल के मतभेदों से परे होता है। छत्तीसगढ़ में एक मसले से कम से कम यह साबित हुआ है। कांग्रेस से जुड़े युवा नेता जयंत साहू के खिलाफ कांग्रेस से जुड़ी महिला नेत्री ने गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दी है। जवाब में कांग्रेस नेता जयंत साहू ने भी महिला पर आरोप आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दी। आरोप प्रत्यारोप के बीच मसला पुलिस के पास है। लेकिन इस मसले को लेकर रायपुर एसपी ऑफिस में तब सब चकित रह गए जबकि कांग्रेस नेता जयंत साहू के समर्थन में बीजेपी के नेता पहुंच गए। बीजेपी के नेतागण साहू समाज से ही थे। मीडिया से चर्चा में वे यह कहने से नहीं चूके कि, पार्टी दल अपनी जगह लेकिन समाज अपनी जगह है। इन नेताओं ने एसपी को ज्ञापन भी सौंपा है, और मामले के निष्पक्ष जांच की मांग की है। गौरतलब है कि, इस मसले को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर थी, लेकिन अब यह स्थिति उसके लिए भी अजीब हो गई है।
समर्थन में आए बीजेपी नेता की दो टूक - समाज का मसला है, समाज में बीजेपी-कांग्रेस नहीं
इस मसले पर बीजेपी से जुड़े शान्तनु साहू ने साफ किया कि, मसला समाज का है। इसे किसी राजनीतिक दल से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए। बीजेपी नेता शांतनु साहू ने कहा
“सामाजिक मामलों में कांग्रेस-बीजेपी जैसी बात नहीं है,समाज में कांग्रेस-बीजेपी का कोई स्थान नहीं है राजनीतिक सोच से हटकर समाज में काम किया जाता है। राजनीतिक विषय को इसमें नहीं लाना चाहिए। हमारे समाज का पदाधिकारी रह चुका व्यक्ति है, तो उसके साथ हम खड़े हैं कोई कांग्रेस के नेता के साथ नहीं पहुंचे हैं, यदि समाज के किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई झूठी शिकायत करेगा तो समाज साथ खड़ा होगा।महिला के खिलाफ पहले भी FIR की गई है, अब वह ब्लैकमेलिंग कर रही है। हमने तो निष्पक्ष जांच की मांग की है।”
क्या है मामला
कांग्रेस नेता जयंत साहू पर पार्टी की ही महिला नेत्री ने आरोप लगाया है कि पार्टी में अच्छा पद दिलाने के नाम पर उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाने की कोशिश कांग्रेस नेता कर रहा था। महिला ने चैट के स्क्रीन शॉट और कॉल डिटेल के ब्यौरे के साथ एसएसपी प्रशांत अग्रवाल को इस मामले में शिकायत की है। वहीं आरोपों के घेरे में आए कांग्रेस नेता जयंत साहू ने महिला पर ही ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है। जयंत साहू का आरोप है कि कि महिला ने उससे 2 लाख रुपये लिये थे,वो पैसा नहीं लौटाना चाहती है, इसलिए इस तरह के आरोप लगा रही है। जयंत साहू का दावा है कि उन्होंने इस महिला के खिलाफ 14 मार्च को ही तेलीबांधा थाना में शिकायत दी उसके बाद ही वो इस तरह के आरोप लगाने लगी।