नितिन मिश्रा, Raipur. छत्तीसगढ़ की राजधानी में ठगी के नए-नए मामले सामने आते हैं। तेलीबांधा में वेबसाइट और सॉफ़्टवेयर बनाने के नाम पर पांच लाख रुपए की ठगी की गई। आरोपी अलग-अलग पहचान बताकर लोगों को फोन कर ठगी का शिकार बनाता था। पुलिस ने आरोपी को आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे दिया ठगी को अंजाम
जानकारी के मुताबिक ट्रैवेल एजेंसी कारोबारी रमन जादवानी को अनजान नंबर दो-तीन दिनों से सॉफ्टवेयर और वेबसाइट बनाने के लिए सूर्या शर्मा नाम के व्यक्ति का फ़ोन आ रहा था। वह अपने आप को एप और वेबसाइट बनाने वाला बताया। आरोपी ने ट्रेन टिकट, प्लेन टिकट और अन्य कामों के लिए एप बनवाने को कहा। साथ ही वेबसाइट बनाने का खर्चा 18 लाख रुपए बताया जिसमे 5 लाख रुपए एडवांस देने की बात कही। आरोपी ने पैसे लेने के लिए योगेश पटेल नाम के व्यक्ति को भेजा। योगेश ने पीड़ित से पाँच लाख रुपए लेकर एप और वेबसाइट शाम को मिलने को कहा गया। लेकिन शाम को दोनों आरोपियों को फोन लगाने पर दोनों का मोबाइल बंद आने लगा। जिसके बाद रमन जादवानी ने तेलीबांधा थाना में ठगी की शिकायत दर्ज करवाई।
राजस्थान का है आरोपी
ठगी के मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मोबाइल नंबर्स के रिकॉर्ड खंगालने लगी। आरोपी जिन नंबरों के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाता था उनको ट्रैक किया गया। जिसके जरिए आरोपी के राजस्थान के होने का पता चला। आरोपी का असली नाम भेराराम कस्वा है। पुलिस ने आरोपी को बीकानेर राजस्थान में लोकेट किया और पुलिस की एक टीम बीकानेर के लिए रवाना की गई जहां से आरोपी भेराराम कस्वा की गिरफ्तारी की गई। पूछताछ में आरोपी ने अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया है। आरोपी के पास से ठगी को अंजाम देने वाले मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है।