Raipur। अमेरिका में राहुल गांधी के प्रधानमंत्री मोदी को लेकर बोले गए बयान पर संघ प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि, सांस्कृतिक संगठन के अध्यक्ष हैं उन्हें निष्पक्ष रहना चाहिए। सीएम भूपेश ने बीजेपी के विरोध का ज़िक्र करते हुए कहा है कि, बीजेपी ने खुद साबित किया है कि राहुल गांधी देश के सबसे बड़े नेता हैं।
संघ प्रमुख भागवत ने क्या कहा है
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राहुल गांधी के द्वारा विदेश में प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना किए जाने पर कहा है कि,विदेश में जाकर जो देश का अपमान करते हैं वे देश विरोधी हैं।
संघ प्रमुख भागवत को क्या कहा सीएम बघेल ने
संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने सवाल किया है कि, जब प्रधानमंत्री जी विदेश में जाकर कहते हैं कि भारत में पैदा होना दुर्भाग्य की बात है, तो भागवत जी कुंभकर्णी नींद में सोए हुए थे। सीएम भूपेश ने कहा है
“मोहन भागवत जी कहते हैं कि,विदेश में जाकर जो देश का अपमान करते हैं वो देश विरोधी हैं। तो जब प्रधानमंत्री जी विदेश में जाकर ये कहते हैं कि, भारत में पैदा होना दुर्भाग्य की बात है.. ये उन्होंने कहा था, ऑन रिकॉर्ड कहा था, विदेश में जाकर कहा था। तब मोहन भागवत कुंभकर्णी नींद में सोए हुए थे।तब उनको बोलना था कि ये भारत का अपमान है, देश का अपमान है।और अगर उस समय यही बोले होते तब बात समझ में आती। मोहन भागवत जी आप सांस्कृतिक संगठन के अध्यक्ष हैं, आपसे उम्मीद की जाती है कि आप निष्पक्ष रहें। आप निष्पक्ष दिखने का प्रयास भी नहीं कर रहे हैं। ये काहे का सांस्कृतिक संगठन है..?”
बीजेपी ने साबित किया है देश के सबसे बड़े नेता राहुल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बीजेपी ने खुद साबित किया है कि, राहुल जी देश के सबसे बड़े नेता हैं। सीएम भूपेश ने कहा
“पहले राहुल गांधी अध्यक्ष थे तो बोले कि परिवारवाद चला रहे हैं,उन्होंने अध्यक्ष पद त्याग दिया।उसके बाद भी लोकप्रियता में कमी नहीं आई और फिर भारत जोड़ो यात्रा में निकले तो उन्होंने ( बीजेपी ) सदस्यता ले ली। आज तक हिंदुस्तान में डिफ़ॉर्मेशन केस में इतनी बड़ी सजा किसी को नहीं मिली। आज तो राहुल गांधी एक सामान्य नागरिक हैं, कांग्रेस के नेता हैं,फिर बीजेपी को इतनी तकलीफ क्यों ? वे (बीजेपी ) खुद ही मानते हैं कि राहुल गांधी इस देश के सबसे बड़े नेता हैं।इसी कारण से पूरे केंद्रीय मंत्री, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सब कूद पड़ते हैं, अब तो मोहन भागवत भी कूद पड़े हैं।