Raipur. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ईडी के कार्रवाई को लेकर नाराज दिखाई दे रही है। कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ईडी दफ्तर का घेराव किया है। रायपुर जिला कांग्रेस कमेटी के इस प्रदर्शन में महापौर एजाज ढेबर समेत दिग्गज नेता मौजूद रहे हैं। सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने नारेबाजी करते हुए हल्लाबोल किया है।
फेंकी चूड़ियां, डीजे लगाकर बजाए देशभक्ती गाने
कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को लेकर हल्ला बोला है। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी का विरोध करते हुए डीजे भी लगाया। घेराव के दौरान ईडी दफ्तर के सामने डीजे में जमकर गाने बजाय गए है। कांग्रेस ने टिकरापारा में प्रवर्तन निदेशालय के स्थानीय कार्यालय का घेराव करते हुए देशभक्ति वाले गाने चलाए। वहीं इस प्रदर्शन में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया है। कांग्रेस ने ईडी दफ्तर के सामने चूड़ियां फेंकते हुए विरोध किया है, साथ ही मोदी सरकार और ईडी की कार्रवाई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई है।
ईडी की कार्रवाई पर उठाए सवाल
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के विधायक विकास उपाध्याय, नगरनिगम सभापति प्रमोद दुबे, जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे शामिल हुए। वहीं कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुलता बनाकर उसे चूड़ियों से सजाया है। इस दौरान पोस्टर्स के जरिए कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने 'महादेव ऐप की जांच करो.. पनामा पेपर की जांच करो'के पोस्टर्स लगाकर विरोध प्रदर्शन किया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ कांग्रेस आज पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईडी पर हमला बोला फिर ईडी दफ्तर का घेराव भी किया है। पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने ईडी की रेड्स को महाधिवेशन विफल करने की कोशिश बताया है। वहीं कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस से ईडी के जरिए राजनीतिक बदला लिया जा रहा है। इस प्रदेश में बीजेपी की सरकार के वक़्त तमाम बड़े घोटाले हुए हैं। नान घोटाले में तत्कालीन सीएम डॉ रमन सिंह का नाम आया था। सीएम भूपेश बघेल ईडी को नान घोटाले की जांच के लिए पत्र लिखा। लेकिन इसकी जांच नहीं की गई। रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर ने चेतावनी दी है। एजाज ढेबर ने कहा है कि अगर ईडी झूठे मामले में अगर ईडी कार्रवाई करती है तो उसके खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं एजाज ढेबर का कहना है कि ईडी के अधिकारी आरोपियों को थर्ड डिग्री दी जा रही है अगर ईडी के पास तथ्य हैं तो थर्ड डिग्री नहीं अपनाते।