RAIPUR. गुजरात की एक कोर्ट ने 2019 में राहुल गांधी के मोदी सरनेम पर दी गई टिप्पणी पर मानहानी के तहत 2 साल की सजा का फैसला सुनाया है। इसको लेकर देशभर में कांग्रेस राहुल गांधी के समर्थन में उतर रहा है। वहीं आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता रायपुर कलेक्ट्रेट के सामने अंबेडकर की मूर्ती के के नीचे बैठकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना दिया है। वहीं युवा कांग्रेस के लोगों ने मौन धारण कर छत्तीसगढ़ के पुरान कांग्रेस भवन के सामने महात्मा गांधी की मुर्ति के सामने विरोध जताया है। दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने साल 2019 में एक चुनावी सभा में मोदी सरनेम को लेकर कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों होता है? इस मामले को लेकर कोर्ट में केस किया गया था जिसका फैसला गुरुवार को आया है।
मोहन मरकाम नें कहा- सच को दबा पाना आसान नहीं होगा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने ट्वीट में लिखा है कि हमारे नेता राहुल गांधी ने देश लूटने वालों के खिलाफ आवाज बुलंद की है, देश की तानाशाह सरकार ने अपने राजनैतिक द्वेष के चलते सच की आवाज को दबाने का काम किया है। जो सरासर अनुचित है। हम तानाशाह सरकार को बता देना चाहते हैं कि, सच की आवाज को दबा पाना उनके लिए आसान नहीं होगा। लड़ेंगे जीतेंगे। हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन हम केस लडेंगें और सत्य को सामने लाकर रहेंगे।
युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भी साधा निशाना
प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कहा है कि आज सूरत के कोर्ट में हमारे नेता राहुल गांधी को दोषी करार दिया गया। राहुल गांधी जी को झूठे गवाह और दलीलों के तहत दोषी करार दिया गया। आकाश शर्मा ने राहुल गांधी से प्रभावित होने की बात करते हुए कहा है कि राहुल गांधी ने जेल जाना स्वीकार किया लेकिन माफी नहीं मांगी। राहुल गांधी ने आज फिर साबित कर दिया कि वह गोडसे से नहीं गांधी है। उन्होंने जो बात 2019 में कही थी वह किसी वर्ग विशेष के लिए नहीं बल्कि एक व्यक्ति विशेष के लिए कही थी। आज उनको सजा हुई है पर युवा कांग्रेस लगातार राहुल गांधी कही हुई बातें जो महंगाई, बेरोजगारी और नफरत के खिलाफ केंद्र की मोदी सरकार से लड़ती रहेगी।।