Raipur. रायपुर के भनपुरी में संचालित यूनिट ऑफ इल्लूर जूट मिल 17 जनवरी 2022 को बंद कर दी गई थी, इस मिल में करीब 1400 कर्मचारी नियमित रूप से काम रहे थे। बिना किसी सूचना के मिल को बंद कर दिया गया। जिससे कर्मचारियों का वेतन भी रुक गया है। अब हालात ये हैं कि कर्मचारियों का जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है। कर्मचारियों का जीवन आर्थिक संकट से गुजर रहा है। आज छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू ने करीब 2 दर्जन लोगों के साथ कलेक्टर के नाम से एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर इस समस्या की जानकारी दी है। साथ ही ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को 10 दिनों में समस्या के समाधान के लिए चेतावनी दी है।
क्या हैं जूट मिल के मजदूरों की मांगे?
जूट मिल में काम कर रहे मजदूर जो नियमित रूप से मिल में काम कर रहे थे। उनको बिना बताए बगैर किसी जानकारी के मिल को बंद कर दिया गया। जिससे कर्मचारियों का वेतन रुक गया है। मजदूरों की मांग है कि मिल को फिर से चालू किया जाए। जिससे उन्हें इस आर्थिक संकट की समस्या से छुटकारा मिल पाए।
बगैर नोटिस और सूचना के फैक्ट्री को कर दिया गया बंद
जूट मिल में काम कर रहे मजदूर मोहन देवांगन ने कहा है कि हमारी मुख्य मांग है कि फैक्ट्री लगभग 40 सालों से संचालित है। उसमे करीबन 1400 नियमित कर्मचारी हैं। उस मिल को बिना कोई नोटिस और बगैर कोई सूचना के रातों रात ताला लगा दिया गया। इसके कारण जीवन यापन में बहुत तकलीफ का सामना करना पड रहा है। साथ में मिल कब चालू की जाएगी इसकी भी कोई गारंटी नहीं है, इस कारण मजदूरों को मजबूरन धरना करना पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ के लोगों को ठगने का काम कर रही है मिल
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू ने कहा है कि पूरे छत्तीसगढ़ में एक ही जूट मिल है। जिसे अचानक से कंपनी के मलिक ने बंद कर दिया है। मिल बंद होने के इनके पास खाने के लिए खाना नहीं है। इनको ना ही पीएफ का पैसा मिलता है.. ना ग्रैजुटी का पैसा मिलता है। जब भी कर्मचारी मालिक के पास जाते है। तो उनसे कहा जाता है की जल्द ही फैक्ट्री चालू कर दी जाएगी। बाहर से आकर धन्ना सेठ लोगों ने छत्तीसगढ़िया लोगों को ठगने का काम किया है। यदि हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो हम मिल मालिक के घर पर जाकर धरना देंगे। हमने मिल के मालिक नरपत सिंह कटौतिया से एसडीएम से बात करवाई है और उन्होंने जल्द ही फैक्ट्री को शुरू करने कहा है।