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Raipur. रविवार को जशपुर में पहाड़ी कोरवा दंपत्ति ने अपने दोनों बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली, इस मामले में बीजेपी अब सरकार को घटना का जिम्मेदार बता रही है। वहीं बीजेपी ने एक जांच समिति गठित की है जो मौके पर जाकर आत्महत्या को लेकर पड़ताल करेगी। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने 6 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा है कि पहाड़ी कोरवा दंपति की मौत की जिम्मेदार कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार है।
बीजेपी ने गठित की जांच समिति
बीजेपी ने इस आत्महत्या के मामले में 6 सदस्यीय जांच समिति गठित की है। जिसमें नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व सांसद रामविचार नेताम, कृष्णकुमार राय, संजय श्रीवास्तव, सुनील गुप्ता और रायमुनि भगत शामिल हैं। यह समिति संबंधित स्थानों का दौरा कर इस घटना से संबंधित तथ्यों की जांच कर अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगी।
बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर लगाए आरोप
बीजेपी का कहना है कि यह बगीचा थाना अंतर्गत सुदूर गांव सामरबहार के डुमरपारा की घटना है, उक्त पहाड़ी कोरवा दंपति प्रदेश सरकार में रोजगार नहीं होने के कारण 15 किलोमीटर दूर महुआ बिनने जाते थे। उन्होंने जंगल में ही अपना स्थाई निवास बना रखा था, दुर्दशा यह है कि भारत सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज प्रतिमाह दिया जाता है वह भी इन पहाड़ी कोरवा आदिवासी भाइयों को नहीं मिल पाता था। प्रदेश की कांग्रेस सरकार उसे भी भ्रष्टाचार के खेल में डकार जाती है। जशपुर जिले के सुदूर गांव में किसी प्रकार के रोजगार मूलक काम नहीं चलाए जा रहे हैं, जिसके कारण रोजगार की अभाव में राष्ट्रपति जी के दत्तकपुत्र पहाड़ी कोरवा आदिवासी अपने बच्चों के साथ फांसी के फंदे पर झूल मौत को गले लगा लिया।
नारायण चंदेल बोले- मामले की उच्च स्तरीय जांच हो
नारायण चंदेल का कहना है कि इसके लिए पूर्ण रूप से छत्तीसगढ़ की भ्रष्ट भूपेश सरकार दोषी है। पूरे प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा 600 करोड़ से अधिक राशि का खाद्यान्न घोटाला किया गया है। इसकी उच्च स्तरीय जांच करना आवश्यक है। लेकिन राज्य की सरकार उसके लिए भी तैयार दिखाई नहीं देती है। जिस गांव में पहाड़ी कोरवा दंपति ने आत्महत्या को अंजाम दिया है, वहा का पूरा क्षेत्र सड़क विहीन है , वहां के जनपद के अधिकारी सत्तापक्ष के संरक्षण में शासन की सारी राशि को गबन करने का नया रिकॉर्ड बना रहे हैं।