रायपुर में मिलेट्स कैफे में संचालकों को नुकसान, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल से मिलेट्स को मिली नई पहचान

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Harmeet
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रायपुर में मिलेट्स कैफे में संचालकों को नुकसान, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल से मिलेट्स को मिली नई पहचान












नितिन मिश्रा, Raipur. छत्तीसगढ़ सरकार ने बीते दिनों मिलेट्स फसलों को बढ़ावा देने के लिए खास कदम बढ़ाया गया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से IGKV के  स्थापना दिवस के मौके पर मिलेट्स कैफे की शुरुआत की गई। मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए खोले गए रेस्टोस्ट्स की चर्चा पूरे देश में हुई। इसकी तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने मन की बात में की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस खास पहल से मिलेट्स को देश और प्रदेश में नई पहचान मिली है। दूसरी तरफ इस योजना को लेकर जिन संचालकों ने इसकी शुरुआत की थी उनके लिए यह चलाना मुश्किल हो रहा है।




कितनी लागत में खुल सकता है मिलेट्स कैफे?



रायपुर मिलेट्स कैफे के संचालक आशीष जायसवाल ने द सूत्र की टीम से खास बातचीत की है। इस बातचीत में बताया कि जहां आपको यह कैफे खोलना है वह जगह या दुकान खुद की है तो मिलेट्स कैफ़े खोलने के लिए लगभग 50 हजार रुपए की जरूरत होती है। वहीं यदि किराए की दुकान पर मिलेट्स कैफे खोलना है तो यह रकम बढ़कर 70 हजार रुपए तक पहुंच जाती है। इस रकम में दुकान में उपयोग होने वाले समान मिल जाते हैं। जिसमें डोसा बनाने की भट्टी और अन्य समान भी शामिल होते हैं। 



मिलेट्स कैफे के संचालकों को नुकसान



कैफे के संचालक आशीष जायसवाल ने बताया कि मिलेट्स कैफे की शुरुआत में दिन का 1200 रुपए तक की बिक्री होती थी। लेकिन आज 300 रुपए तक की ही बिक्री हो पाती है। यदि हम खाद्य पदार्थ जैसे डोसा, इडली के लिए पहले से ही घोल तैयार करना पड़ता है और उसकी बिक्री नहीं हो पाती तो हमारा नुकसान बढ़ जाता है साथ ही उसे फेकना पड़ता है। कैफे के संचालक ने यह भी जानकारी दी की शुरुआत में मिलेट्स कैफे का गजब का क्रेज था लेकिन अब कुछ दिनों से ग्राहकों में भारी कमी हो गई है। मिलेट्स कैफे का प्रचार-प्रसार और जनता के जागरूक न होने के कारण भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। 



मिलेट्स को मिली नई पहचान




मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिलेट्स को नई पहचान दिलाने के लिए पहल की थी। जिसके बाद छत्तीसगढ़ में लगभग सभी जिलों में कैफे खुलते जा रहे हैं। सीएम भूपेश बघेल की मंशा है कि मिलेट के उपभोग को बढ़ावा मिले। जिसके उद्देश्य से मिलेट कैफे का संचालन शुरू किया गया है। मकर संक्रांति के अवसर पर छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़ी हस्तियों को मिलेट से बने गिफ्ट हैंपर्स भेजे थे। इसी हैम्पर को पाकर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया था और कहा कि छत्तीसगढ़ वैसे तो कई विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है। आपके द्वारा भेजे गए मिलेट के खाद्य प्रदार्थों के लिए आपका धन्यवाद। 


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