नितिन मिश्रा, Raipur. राजधानी में आज भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के छात्र आज ज़िला शिक्षा अधिकारी को ढूंढ़ने निकले। NSUI द्वारा दो दिन पहले दिये गये ज्ञापन में नियमानुसार अनुसार कार्रवाई नहीं होने से नाराज छात्रों ने ज़िला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर में जमकर हंगामा किया है। दरअसल दो दिन पहले ही KPS स्कूल की एक पांच साल बच्ची के वेन से गिरने के मामले को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था। कोर्ट के आदेशानुसार स्कूलों में बंद गाड़ियों का उपयोग कर बच्चों की आवा - जाही होनी चाहिए।
क्या मामला है?
दरअसल दो दिन पहले KPS स्कूल की एक पांच साल की बच्ची चलती हुई स्कूल बस से नीचे गिर जाती है। लेकिन वेन रुकती नहीं है बल्कि बच्ची को अनदेखा कर आगे बढ़ जाती है। शिकायत लेकर स्कूल पहुंचे पैरेंट्स को जलील किया गया। साथ ही बच्ची के बस से नीचे गिरने की यह पूरी घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। जिसके बाद सोशल मीडिया में यह वीडियो जमकर वायरल होने लगा।और छात्र नेता इकट्ठे होकर बच्ची के अभिवावक के साथ जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर पहुंच गये।
कार्रवाई नहीं होने से भड़के छात्र नेता
NSUI के छात्र नेता हेमंत पाल के अनुसार सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि सभी स्कूलों में बच्चों को लाने ले जाने के लिए ऑटो रिक्शा या वेन की जगह स्कूली बस का उपयोग किया जाना चाहिये। लेकिन प्राइवेट स्कूल लगातार नियमों को दरकिनार कर स्कूली बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने में उतारू हैं। कई प्राइवेट स्कूल चला रहे हैं और ऑटो में बच्चों को ठूस-ठूस कर भरा जा रहा है। जब पैरेंट्स शिकायत लेकर जाते हैं तो बड़े बड़े माफिया स्कूल उनको डराते हैं। पैरेंट्स के साथ बत्तमीजी करने वालों को नहीं छोड़ेंगे। बल्कि स्कूलों में तालाबंदी करेंगे। वहीं फीस की बात करें तो प्राइवेट स्कूलों में मोटी फीस बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई के लिए पैरेंट्स से वसूली जाती है। लेकिन जब सुरक्षा की बात होती है तो पैरेंट्स को खरी-खोटी सुनाई जाती है।
अभिवावक ने कहा कि स्कूल प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी लेने से पीछे हट रहा है। और सारा आरोप बस और ऑटो पर डाल रहा है। स्कूल का कहना है कि बच्ची को मामूली चोट ही तो आईं हैं। स्कूल प्रबंधन और संचालक पर कार्रवाई होनी चाहिए नहीं तो वो ऐसे ही बचकर निकल जाएंगे।
बनाई गई है जांच समिति
जिला शिक्षा अधिकारी ने इस वाक्ये को लेकर एक जांच समिति बनाई है। जो स्कूल जाकर इन सभी आरोपों की जांच कर कार्रवाई करेगी।