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RAIPUR. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के बजट में कटौती पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई है। सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया के माध्यम से केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। सीएम ने ट्विटर पर लिखा-बीजेपी मजदूर विरोधी है। इसके बाद बीजेपी ने भी पलटवार किया है। सीएम भूपेश ने सोशल मीडिया में ट्वीट कर लिखा- जब कोरोना के रूप में मानवता का बड़ा संकट आया तब मनरेगा जैसी योजना मजदूरों का संबल बनी, उनकी रीढ़ बनी।
'बीजेपी मजदूर विरोधी पूंजीपतियों को देती है लाभ'
सीएम बघेल ने कहा कि इस बार मनरेगा का बजट 89,400 करोड़ रुपए से घटाकर 60,000 करोड़ रुपए कर दिया गया। ये बीजेपी का मजदूर विरोधी चरित्र है, जो गरीबों के मुंह से निवाला छीनकर पूंजीपतियों को देते हैं। 1 दिन पहले सीएम भूपेश ने केंद्रीय बजट को अमृतकाल का मृत बजट बताया था। उन्होंने लिखा था कि अमृत बजट को समझने के लिए कुछ तथ्य आपके साथ साझा कर रहा हूं। ये केंद्रीय बजट 2023-24 किसान, मजदूर, निम्न वर्ग के लिए सिर्फ निराशा का एक और बूस्टर डोज है। इसके पहले मुख्यमंत्री ने बजट पर टिप्पणी करते हुए इसे वित्त मंत्री निर्मला का निर्मम बजट भी बताया था।
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सीएम के बयान पर पूर्व मंत्री ने किया पलटवार
सीएम के बयान पर पूर्व मंत्री ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं कर पा रही है। 4 साल पहले बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने की बात की थी। कब मिलेगा पता नहीं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों, अनियमित कर्मियों को नियमित करने का वादा किया था। अपने वादों को पहले निभाएं। प्रदेश में शराबबंदी की बात की थी, कब करेंगे यह बताएं। केंद्रीय बजट में पीएम मोदी को जो करना था वो कर दिया। सीएम अपने बजट में क्या देंगे। जरा अपने बजट की चिंता कर लें।