RAIPUR. छत्तीसगढ़ में वंदे भारत ट्रेन के शुभारंभ के साथ ही इसे लेकर प्रदेश में राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने इस ट्रेन में सफर करने के एवज में लिए जा रहे भारी-भरकम किराए को लेकर आपत्ति दर्ज कराई जा रही है। लिहाजा उन्होंने रायपुर में ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम से भी किनारा कर लिया। विधायक और रेलवे बोर्ड के सदस्य विकास उपाध्याय ने रेलमंत्री के नाम एक पत्र भी जारी किया है, जिसमें मांग की गई है कि प्रदेश के आम यात्रियों को ध्यान में रखते हुए इसका किराया कम किया जाए।
विधायक विकास उपाध्याय ने रेल मंत्री को लिखा पत्र
विधायक विकास उपाध्याय ने पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार जहां लोकल और कई ट्रेनों को बंद कर भारत की अस्मिता से स्पर्शकर्ता वंदे भारत के नाम पर ट्रेनें शुरू कर रही है। वहीं इसके नाम पर आम जनता की जेब से मोटी रकम वसूल करने की योजना बना रही है। उनकी कोशिश है कि आम आदमी इस ट्रेन से आवागमन में लाभ न लें सकें। भारतीय रेल व्यवस्था में उत्तरोत्तर सुधार होना ही चाहिए। समय और जरूरत के हिसाब से ऐसी ट्रेनों को चलाना जरूरी भी है। लेकिन, इसका मतलब ये नहीं है कि आम जनता पर किराए का बोझ इस कदर डाल दिया जाए कि वो इस पर सफर करने की सोच भी न सके। यह सीधे तौर पर उन्हें इस सेवा से अलग करने की सोची-समझी रणनीति है। उनका कहना है कि वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत छत्तीसगढ़ से नागपुर तक चलाए जाने का वे स्वागत करते हैं। लेकिन, जिस तरह से इसके किराए में 40 प्रतिशत से भी ज्यादा की वृद्धि पर हम कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हैं।
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नागपुर से बिलासपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू, पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
विधायकों को किया गया है आमंत्रित
नागपुर से बिलासपुर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत नागपुर से रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर की है। वहीं ट्रेन के छत्तीसगढ़ की सीमा पर पहुंचने के बाद कई स्टेशनों में कांग्रेस विधायकों को उपस्थित होकर हरी झंडी दिखाने के लिए आमंत्रित किया गया। इसी कड़ी में रायपुर के सरस्वती नगर में विधायक विकास उपाध्याय, रेलवे के मुख्य स्टेशन में वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा और कुलदीप जुनेजा के साथ ही बिलासपुर में विधायक शैलेष पांडेय को इसी तरह का आमंत्रण मिला है। वहीं इन सभी विधायकों ने किराए को ही मुद्दा बनाकर सामूहिक रूप से इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया है। जबकि विधायक विकास उपाध्याय ने पत्र लिखकर भी अपना विरोध दर्ज कराया है।