शिवम दुबे, RAIPUR: राजस्थानी रायपुर के रावतपुरा कॉलोनी में हुए काम को लेकर बीजेपी ने नगर निगम और महापौर पर बड़ा आरोप लगाया है। नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने पूरे काम को बड़ा घोटाला करार दिया है। मीनल चौबे ने महापौर एजाज ढेबर पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। चौबे ने कहा कि महापौर ने अपने अनटाइड फंड एक प्राइवेट कॉलोनी में लगाकर दुरुपयोग किया है साथ ही अपने चहेते ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए राशि को छोटे छोटे हिस्सों में बांटा है ताकि काम का टेंडर न निकलना पड़े।
अपने चहेते ठेकेदार को काम दिलवा रहे महापौर-मीनल
नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे पूरे कागजों के साथ नगर निगम पर कई आरोप लगाएं हैं। चौबे ने कहा कि साल 2021-22 में रावतपुरा कॉलोनी फेस 2 में विकास शुल्क के 13 कामों के लिए 4 करोड़ से ज्यादा की राशि स्वीकृत हुई, उसी साल 14वें वित्त आयोग से 16 काम के लिए 1 करोड़ 99 लाख रुपये भी स्वीकृत हुए। इस काम के लिए टुकड़ों-टुकड़ों में काम बांटा गया, ताकि जोन स्तर पर ही मैनुअल निविदा की जा सके। फिर 2022 में रावतपुरा कॉलोनी के लिए ही 8 काम अनटाइड फंड से 1 करोड़ 43 से ज्यादा स्वीकृत हुए। ऐसे में एक प्राइवेट कॉलोनी जिसमें 8 करोड़ से ज्यादा के विकास काम हुए हैं। मीनल चौबे ने आरोप लगाया है कि जैसे तेलीबांधा में अपने पसंदीदा ठेकेदार को काम देने के लिए टुकड़े-टुकड़े में टेंडर किया ठीक उसी तरह रावतपुरा कॉलोनी में भी करोड़ों पर काम दिया गया ताकि इसका ऑनलाइन टेंडर ना हो सके।
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'काम शुरू होने से पहले आ गई ढलाई टेस्ट रिपोर्ट'
मीनल चौबे ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वर्क ऑर्डर के पहले ही ढलाई का टेस्टिंग रिपोर्ट दे दिया गया था। इसका मतलब साफ है कि काम पहले से ही शुरु हो चुका था। साल 2021-22 में कॉलोनी में रोड और नाली निर्माण के लिए निविदा 16 नवंबर को निकली गई। इसी काम के दस्तावेज में ढलाई का काम 9 नवंबर को हुआ दिखाई दे रहा है जबकि ठेकेदार को 16 नवंबर को वर्क ऑर्डर जारी हुआ है।
समाचार पत्रों के साथ हुई छेड़छाड़-चौबे
मीनल चौबे ने नगर निगम पर समाचार पत्रों से छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया है। मीनल चौबे ने कहा कि जब भी कोई काम निकलता है तो उसका विज्ञापन कम से कम 2 प्रमुख अखबारों को जाता है। उपरोक्त कामों में बताया गया है कि 27 अक्टूबर 2021 को दो प्रमुख अखबारों में टेंडर निकाला गया है, और बाकायदा 2 पेपर की कटिंग फाइल में लगाई गई है। जब हमने उस दिन के अखबार को ढूंढा तो उसमें ऐसा कोई विज्ञापन नहीं दिखा, लेकिन फाइल में विज्ञापन दिख रहा है। इसका मतलब अखबारों में एडिट कर इन विज्ञापनों को दर्शाया गया है।
'महापौर का भरत बलेचा से क्या संबंध है? '
बीजेपी प्रवक्ता मृत्युंजय दुबे ने महापौर एजाज ढेबर पर गंभीर आरोप लगाते हुए सवाल किया है कि भरत बलेचा का महापौर से क्या संबंध है? क्योंकि रावतपुरा कॉलोनी में 90 परसेंट काम इसी ठेकेदार को मिले हैं, और भरत बलेचा ने महापौर का जन्मदिन पर पूरे शहर में करीबन 10 लाख रुपये खर्च कर पोस्टर्स लगवाए। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा है कि नगर निगम की इस धोखाधड़ी को लेकर हम लिखित शिकायत थाने में दर्ज करवाएंगे।