शिवम दुबे, Raipur. राजधानी रायपुर में अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर 135 दिन से महिलाएं धरना प्रदर्शन कर रही हैं। अब आंदोलन 135वें दिन महिला ने विरोध में मुंडन करा लिया है। आंदोलनकारी महिलाओं ने दावा किया है कि जब सरकार विपक्ष में थी तब माँग को सही बताया था अब जब हम सीएम हाउस के इतने नजदीक 4 महीनों से ज्यादा समय से प्रदर्शन और धरना दे रहे हैं तो भूपेश बघेल झांकने तक को तैयार नहीं है। आपको बता दें कि अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ 1 सूत्री मांग को लेकर लगभग 4 महीने से ज्यादा समय से डटा हुआ है। अब धरने पर बैठी महिलाओं ने मांग पूरी नहीं होने पर सरकार को चेतावनी दी है कि अगर बजट सत्र में मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सभी विध्वा महिलाएं मुंडन कराएंगी। महिलाओं की बात करें तो यह महिलाएं प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं देते हुए कई दिवंगत शिक्षकों की पत्नियां हैं।
बिलख-बिलख कर रोई महिला
मुंडन कराने से पहले सभी अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ महिलाएं बिलख-बिलख कर रोती दिखाई दी। महिला ने कहा है कि 20 अक्टूबर से आज तक हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। 135 दिन हो चुके हैं। सरकार से इतने दिन से गुहार लगा रहे हैं। सरकार आज इतना बड़ा अत्याचार कर रही है। सरकार में आने से पहले वादा किए थे, वह वादा आज कहां गया? महाधिवेशन में गांधी के आने पर 1 किलोमीटर तक फूल बिछा दिए गए.. वहीं दूसरी तरफ सीएम हाउस की कुछ ही दूरी पर उसकी बहन बहू बेटियां धरने पर बैठी हैं। क्या उनको दिखाई नहीं देता?
बजट सत्र में मांग पूरी नहीं हुए तो..
महिला ने कहा है कि बेटी बचाओ.. बेटी पढ़ाओ.. करके बोलते हैं लेकिन आज हम कहां की बेटी है सरकार को यह दिखाई नहीं देता कि हम लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और वह वादा किए थे कि हमारा वादा पूरा करेंगे। मैंने आज अपने पूरे परिवार को खो डाला है। वोट मांगने जब आए थे तब उसकी आंखों में आंसू थे आज उसकी आंखों से आंसू कहां गए मैं सरकार से पूछना चाहती हूं किस शिवरीनारायण में जो मेरी बहनों के साथ वादा किया था वह झूठा वादा कहां गया सरकार की दोगलापन कहां गया। अगर बजट में भी हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो पूरी अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ की सभी बहने मुंडन कराएगी और उसी से सीएम हाउस जाकर माला पहनाएंगे।
क्या है महिलाओं की मांग?
माधुरी मृगे का कहना है की सरकार से हमारी सिर्फ एक सूत्री मांग है जिसके तहत दिवंगत कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति करने की बात कह रही हैं। माधुरी का कहना है कि दिवंगत कर्मचारियों के परिजनों की हालत दयनीय है। जिसके कारण परिवार चलाना बहुत मुश्किल हो रहा है। मानवीय दृष्टिकोण से जीवन चलाने के लिए अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने की काफी आवश्यकता है।
20 अक्टूबर से धरने पर बैठी हैं महिलाएं
अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ के अध्यक्ष माधुरी मृगे ने बताया कि 20 अक्टूबर 2022 से वह लगातार धरना दे रही हैं। इस दौरान पड़े त्योहारों में भी जो लगातार यहां बैठी हुई है यहां तक कि दैनिक दिनचर्या के क्रियाकलाप और खाना भी वहीं बनाती खाती हैं। इस दौरान घोर ठंडी भी पड़ी और तमाम तरह की तकलीफे भी झेलनी पड़ी। माधुरी का कहना है कि मच्छर और सांप का खतरा लगातार बना ही रहता है।
सत्ता में आने से पहले मिला था आश्वासन
अध्यक्ष माधुरी मृगे ने सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द हमारी मांग पूरी कर दे क्योंकि सत्ता में आने से पहले भूपेश बघेल ने वादा किया था कि जैसे ही मेरी सत्ता आ जाएगी अनुकंपा नियुक्ति दे दूंगा। इससे पहले भी हमने 2 बार आंदोलन किया है और हमें आश्वासन भी मिला है। लेकिन हमारी मांगों का निराकरण नहीं हुआ जिसके कारण हमें फिर से धरने पर बैठना पड़ा है। इस बार हम अनुकंपा नियुक्ति लेकर ही यहां से जाएंगे।