Raipur।बीजेपी की ओर से प्रदेशव्यापी जेल भरो आंदोलन में समूचे प्रदेश से भाजपा की ओर से प्रदर्शन और गिरफ्तारी का दावा किया गया है।गिरफ्तारी की सरकारी संख्या देर शाम तक सामने आ जानी चाहिए।राजधानी की सड़को पर भाजपाईयाें ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया,हालांकि बीजेपी कार्यकर्ता सीएम हाउस घेर नही पाए लेकिन वहां तक पहुंचने की पुरजोर कोशिश जरूर की।कुछ जगहों पर बैरिकेट को तोड़ने की कोशिश हुई,लेकिन पुलिस और प्रशासन सतर्कता से उन्हे शांतिपूर्वक गिरफ्तार करने और वहां से हटाने में सफल रहे। राजधानी में अलग अलग जगहों से बीजेपी ने सीएम हाउस की ओर कूच किया था,लेकिन उन्हे पुलिस ने रोका और गिरफ्तार कर जेल परिसर प्रशासन ले आया।
गिरफ्तारी के बाद हनुमान चालीसा का पाठ
केंद्रीय जेल परिसर में लाए गए बीजेपी कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे, हालांकि कुछ देर बाद उन्होने समवते स्वर में हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया।जबकि बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तारी के बाद जेल परिसर लाया गया,भाजपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय जेल परिसर के बाहर सड़क पर मुख्यमंत्री बघेल का पुतला फूंक दिया।
कांग्रेस बोली पुराना कानून,बीजेपी के शासित राज्याें में लागू आज क्या दिक्कत
बीजेपी के प्रदेशव्यापी जेल भरो आंदोलन पर कांग्रेस ने सवाल किया है। कांग्रेस मीडिया सेल अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने सवाल किया है कि,यह वही कानून है जो पहले से लागू था, यही कानून यही व्यवस्था बीजेपी शासित राज्याें में प्रभावी है,खुद बीजेपी इसी कानून नियम के सहारे कार्यवाही इस प्रदेश में कर चूकी है, आज विपक्ष में हैं तो इसमें दिक्कत क्याें नजर आ रही है।
बीजेपी भड़की,बोली कॉपी लाओ कहां है ऐसा कानून
कांग्रेस के इस सवाल पर बीजेपी भड़क गई है,वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने तीखे तेवर में पूछा है कि, किस राज्य में इस तरह का कानून है कॉपी क्याें नही लाते।छत्तीसगढ़ अलग राज्य है, जो कानून दूसरे राज्य में है वो कानून यहां लागू होंगे क्या,अन्य राज्याें में प्रधानमंत्री आवास बन रहे हैं यहां क्याें नही बन रहे हैं,घर घर में नल लग रहे हैं यहां क्याें नही लग रहे हैं। अन्य राज्याें की बात करते हैं तो अन्य राज्याें की बराबरी भी करें।
धरना प्रदर्शन के अधिकार को लेकर है बीजेपी का आंदोलन
धरना प्रदर्शन के लिए राज्य सरकार ने जो नई व्यवस्था प्रभावी की है, उसके विरोध में बीजेपी का यह जेल भराे आंदोलन है। भाजपा इसे मिनी आपातकाल बता रही है, बीजेपी ने इसकी तूलना रोलेट एक्ट से करते हुए इसे भूपेश एक्ट का नाम दिया है।