याज्ञवल्क्य मिश्रा, Raipur. झीरम घाटी मसले को लेकर बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने विधानसभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया है। शिवरतन शर्मा ने इस मसले पर किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन यह कह दिया कि, इस घटना में क्या मंत्रिमंडल का साथी शामिल है ? शिवरतन शर्मा ने कहा
“आपने जनघोषणा पत्र झीरम घाटी के शहीदों को समर्पित किया.. आप सदन में दस बार बोल चुके हैं कि.. झीरम की घटना के सबूत मेरे जेब में है।जब हम बोलते थे कि, अगर आपकी जेब में सबूत हैं तो प्रस्तुत क्यों नहीं करते तो वह बोलते थे कि, अगर मैं सबूत प्रस्तुत कर दूँगा तो उनको सुरक्षा कौन देगा ? साढ़े चार साल से आप मुख्यमंत्री हो आप सुरक्षा देने में सक्षम हो, अब जब सबूत पेश करने की बात की जाती है तो कहते हैं कि हमने SIT गठित की है,SIT के खिलाफ धरमलाल कौशिक जी कोर्ट में गए हैं, वह वापस लें ले। क्यों भई! जब जगदलपुर के भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जाँच आप NIA से करने की सिफ़ारिश करते हो तो झीरम की घटना के सबूत आप NIA के सामने क्यों प्रस्तुत नहीं कर रहे हैं ?”
तीखे तेवरों के साथ शिवरतन शर्मा ने आगे कहा
“आप इसलिए तो प्रस्तुत नहीं कर रहे हो कि आपके मंत्रिमंडल का साथी उसमें इन्वॉल्व है। आप इसलिए तो प्रस्तुत नहीं कर रहे हो कि, आपको अपने लोगों को बचाना है, इसलिये सबूत छिपा रहे हैं।प्रदेश के मुखिया जनता को धोखा दे रहे हैं। मैं तो सीधा सीधा सदन में आरोप में लगाता हूँ कि बार बार यह कहना कि मेरे पास सबूत है और उस सबूत को जाँच एजेंसी के सामने प्रस्तुत नहीं करना एक अपराध है, और इस अपराध के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।”
राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए शिवरतन शर्मा ने धर्मांतरण के मामले का ज़िक्र किया और चुनौती दी कि़, सरकार इस की जाँच करा लें कितने धर्मांतरण हुए कितने चर्च बने।
शिवरतन शर्मा ने कहा
“यह सरकार SIT गठन में एक्सपर्ट सरकार है।जितने समिति बनी जितने SIT गठित हुए ?आप यह बता दीजिए साढ़े चार साल में उसका एक भी परिणाम आया?”