याज्ञवल्क्य मिश्रा, BILASPUR. केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बीजेपी द्वारा आयोजित महतारी हुंकार रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि जनता की तिजोरी लूटकर कांग्रेस का खजाना भरा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ भूपेश राज में 6 हजार बलात्कार के मामले हुए हैं। इन्हें शर्म आना चाहिए। जब बलात्कार पीड़ित आत्महत्या कर ले तब यहां रिपोर्ट दर्ज होती है। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि अमेठी की बेटी, छत्तीसगढ़ महतारी और उनकी बेटियों को प्रणाम करने आई है।
बिलासपुर रेलवे को 9 हजार करोड़ पीएम मोदी ने दिए
मां महामाया की धरती में वीरांगना बिलासा को प्रणाम करती हूं। उन्होंने सवाल किया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार कौन चला रहा है सोनिया या सौम्या? स्मृति ईरानी ने रेलवे के मामले में कांग्रेस द्वारा लगाये आरोप के जवाब में कहा कि भूपेश बघेल का होम वर्क राहुल गांधी की तरह कच्चा हो गया है। केवल बिलासपुर रेलवे को 9 हजार करोड़ पीएम मोदी ने दिया है, सोनिया ने नहीं। उन्होंने कहा कि अमेठी में प्रचार करने सीएम भूपेश भी गए थे अगर आज भूपेश तक मेरी बात जा रही है तो सुन लें कि अमेठी में कांग्रेस पार्टी के गढ़ में जब हमने कांग्रेस की जमानत जब्त करा दी तो यह समझ लें कि हम दुश्मन के घर में घुसकर हमला करते हैं। उन्होंने ए फॉर अमेठी, बी फॉर बिलासपुर, सी फॉर छत्तीसगढ़ का नारा बुलंद करते हुए कहा कि यहां भी कांग्रेस की जमानत जब्त करेंगे।
छत्तीसगढ़ में 6 हजार रेप
केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं ये पूछना चाहती हूं कि कांग्रेस के राज में छत्तीसगढ़ की पावन भूमि पर 6 हजार बहनों की इज्जत क्यों लूटी गई? क्यों हजारों महिलाओं का अपहरण हुआ? छत्तीसगढ़ में कांग्रेस राज में बहनों के साथ गैंगरेप होता है, बहनें आत्महत्या करती हैं तब जाकर एफआईआर होती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता की चिंता नहीं है। जनता की तिजोरी खाली करना उनका काम है। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि विपदा की घड़ी कोरोनाकाल में पीएम मोदी घर-घर अनाज पहुंचा रहे थे और भूपेश घर-घर दारू पहुंचा रहे थे। भाजपा ने जिंदगी का सामान बांटा और कांग्रेस ने मौत का। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि जनता पूछ रही है कि छत्तीसगढ़ में राज किसका है, रिमोट कंट्रोल किसके हाथ में हैं? सोनिया के हाथ में है या सौम्या के हाथ में है? उन्होंने सवाल उठाया कि जनता का पैसा जनता के पास क्यों नहीं पहुंच रहा है?
आखिर कौन हैं सौम्या चौरसिया
हुंकार रैली में केंद्रीय केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सीएम भूपेश बघेल सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने जमकर हमला बोला। खासकर एक नाम सौम्या चौरसिया का नाम भी बार-बार लिया। स्मृति ने सौम्या के बहाने छत्तीसगढ़ सरकार को निशाने पर लिया। आखिर कौन हैं सौम्या चौरसिया। छत्तीसगढ़ में कथित रूप से ताकतवर अफसरों में शुमार सौम्या चौरसिया पिछले कुछ समय से सुर्खियों में हैं। पिछले दिनों सौम्या चौरसिया समेत प्रदेश के कई बड़े लोगों के ठिकानों पर पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई थी। सौम्या चौरसिया के अलावा सत्ताधारी दल के करीबी सूर्यकांत तिवारी के यहां भी आयकर विभाग के छापे पड़े थे। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया पर भी कई आरोप लगे। ये राज्य प्रशासनिक सेवा की वही अधिकारी हैं जो छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री सचिवालय में बतौर उप सचिव नियुक्ति हुई थीं। सरकार में अपने जबर्दस्त दखल और रसूख के चलते सौम्या चौरसिया देखते ही देखते शासन-प्रशासन की प्रमुख धुरी बन गईं। सौम्या 2008 बैच की पीसीएस अधिकारी हैं। उनके पति का नाम सौरभ मोदी है।
बेहद प्रभावशाली हैं सौम्या
ऐसा कहा जाता है कि सरकार में सौम्या चौरसिया इस कदर प्रभावी हैं कि मामला चाहे सरकार से जुड़ा हो अथवा राजनीति से अंतिम फैसला डिप्टी सेक्रेटरी चौरसिया की हरी झंडी मिलने के बाद ही होता है। हालत ये है कि कांग्रेस सरकार में कई वरिष्ठ आईएएस अफसरों का कद भी राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या के आगे बौना नजर आता है। राज्य में छोटे- बड़े अधिकारियों की पोस्टिंग से लेकर प्रदेश सरकार की नीति-कार्यक्रमों से संबंधित फैसले भी उनकी मंजूरी से ही फाइनल होते हैं। यह माना जाता है कि सौम्या चौरसिया के केंद्रीय एजेंसियों के निशाने पर होने की वजह भी उनका मुख्यमंत्री बघेल का सर्वाधिक विश्वासपात्र होना ही है।
एक साल में चार बार छापेमारी
ऐसा नहीं है कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में पहली बार सौम्या चौरसिया हॉट केक बनी हैं। कुछ साल पहले भी उनके ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई थी। बीते एक साल की बात करें तो यह उनके घर में 4 बार छापेमारी हुई है। जुलाई 2022 में सौम्या चौरसिया के घर पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई है। कथित रूप से यह दावा किया जाता है कि छापेमारी के दौरान अब तक करोड़ों की संपत्ति के बारे में पता चला है।
कई महत्वपूर्ण पदों पर रहीं
सौम्या चौरसिया छत्तीसगढ़ में कई महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं। वह पेंड्रा, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई और पाटन में एसडीएम रही हैं। उसके बाद उन्होंने पहली बार भिलाई चरौदा नगर निगम की आयुक्त की जिम्मेदारी निभाई है। अभी कुछ सालों से सीएमओ में तैनात हैं। इसकी वजह से हमेशा चर्चा में रहती हैं। 2016 में उन्हें रायपुर नगर निगम में अपर आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई थी। इस दौरान वे वित्त, सामान्य प्रशासन जैसे विभागों का प्रभार संभालती रही हैं। पिछली बार जब कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी, तब उन्होंने आरोप लगाया था कि आयकर के अफसर सौम्या चौरसिया का नाम लेने के लिए कह रहे थे।