RAIPUR. छत्तीसगढ़ में शराबबंदी के लिए गठित राजनीतिक समिति गुजरात दौरे से रायपुर लौट आई है। जिसके बाद समिति के अध्यक्ष और विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि गुजरात में अधिकारिक रूप से शराब बिक्री बंद है। लेकिन वहां बहुत आसानी से शराब पीने वालों को शराब मिल जाती है। वहां लगातार अवैध शराब बिक्री के मामले सामने आ रहे हैं।
फरवरी में बिहार-मिजोरम जाएगी टीम
विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी से दूसरे राज्यों से स्मगलिंग होगी। शराब एक सामाजिक समस्या है, जिसे दूर करना बड़ी चुनौती है। विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि शराबबंदी समिति फरवरी में शराबबंदी वाले राज्य बिहार और मिजोरम का दौरा करेगी।
ये खबर भी पढ़िए
शराबबंदी को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमाई
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की दिशा में करीब 5 महीने बाद राजनीतिक समिति फिर सक्रिय हुई है। शराबबंदी वाले प्रदेशों में शुमार गुजरात, बिहार, मिजोरम, नागालैंड और केंद्र शासित राज्य लक्ष्य दीप से चले लंबे पत्राचार के ताजा नतीजों से उत्साहित राजनीतिक समिति ने बीते शनिवार से अध्ययन यात्रा की शुरूआत की थी। शराबबंदी कमेटी के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में सात सदस्यीय दल सबसे पहले 21 जनवरी को गुजरात के दौरे पर गया था।
कांग्रेस ने चुनाव में शराबबंदी का किया था वादा
कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में छत्तीसगढ़ में सरकार बनने पर शराबबंदी का वादा किया था। इसके लिए वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में राजनीतिक कमेटी गठित की गई थी। अगस्त 2022 में हुई कमेटी की तीसरी बैठक में शराबबंदी वाले राज्यों का दौरा करने के लिए रणनीति तैयार की गई थी। लेकिन शराब बंदी वाले राज्यों से पत्राचार का माकूल जवाब नहीं मिलने के चलते, प्रक्रिया शिथिल पड़ गई थी।
सत्यनारायण शर्मा समिति के हैं अध्यक्ष
समिति ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी के लिए की जाने वाली आवश्यक तैयारी के अध्ययन के लिए दल में समिति के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा के साथ संसदीय सचिव रश्मि सिंह, शिशुपाल सोरी, कुंवर सिंह निषाद, द्वारकाधीश यादव, दलेश्वर साहू और पुरुषोत्तम कंवर समेत आबकारी विभाग के अधिकारी शामिल है।