PENDRA. गौरेला में जिला यूनियन प्रबंधक संघ ने डाटा एंट्री ऑपरेटर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आरोप है कि मरवाही में पदस्थ डाटा एंट्री ऑपरेटर आदिवासी प्रबंधकों को व्यक्तिगत रूप से परेशान किया जा रहा है। ऑफिस जाने पर दबावपूर्वक और मोबाइल पर पैसे की मांग की जाती है, जिससे समस्त प्रबंधक मानसिक रूप से परेशान रहते हैं।
प्रबंधक संघ का आरोप
संघ का कहना है कि मानकीकरण के आधार पर भुगतान हो रहा है। बावजूद इसके प्रबंधकों को पैसे मांगकर परेशान किया जा रहा है। इससे हमारा काम भी नहीं हो रहा है। साथ ही मानसिक प्रताड़ना भी हो रही है। रुपयों के लिए फोन पर भी दबाव बनाया जा रहा है। इससे प्रबंधक प्रताड़ित हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार कोदो परिवहन के लिए पिछले साल 10 हजार रुपए की राशि प्रभारी डीएफओ संजय त्रिपाठी ने सभी प्रबंधकों को दी थी। इसी राशि को माध्यम बनाकर प्रबंधकों से 25 से 30 हजार रुपए तक की वसूली महिला ऑपरेटर कर रही हैं। इसकी सूचना पर प्रबंधकों ने शिकायत भी की।
शिकायत के बाद प्रशासन सक्रिय
प्रबंधकों ने इस बात की शिकायत सीएम भूपेश बघेल, कलेक्टर गौरेला पेंड्रा मरवाही, विधायक मरवाही, मुख्य वन संरक्षक और प्रधान मुख्य महा संरक्षक बिलासपुर, प्रबंध संचालक जिला यूनियन मरवाही और जिला अध्यक्ष यूनियन मरवाही से की है। शिकायत के बाद प्रशासन भी सक्रिय हो गया है और अब कार्रवाई की बात की जा रही है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
1 दर्जन से ज्यादा समिति के प्रबंधकों की शिकायत मिलने के बाद जिला यूनियन मरवाही के प्रबंध संचालक और डीएफओ दिनेश पटेल ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि डाटा एंट्री ऑपरेटर के खिलाफ प्रबंधकों की शिकायत मिली है। जांच के बाद विधिवत कार्रवाई की जाएगी।