KORBA. कोरबा में डायल-112 की टीम का प्रशंसनीय काम सामने आया है। गर्भवती को अस्पताल ले जाने का साधन नहीं मिला तो रात में करीब 3 बजे पुलिस के जवान पहुंचे। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर पुलिस गाड़ी में ही डिलीवरी करानी पड़ी। डायल-112 की टीम ने महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई।
अस्पताल जाने का साधन नहीं मिला तो पुलिस से मांगी मदद
जानकारी के अनुसार चौकी जटगा इलाके के बांधापार गांव में गर्भवती सुशीला बाई को बीती रात प्रसव पीड़ा शुरू हुई। अस्पताल जाने का साधन नहीं मिल रहा था। इस पर देर रात डायल-112 से मदद मांगी गई। मितानिन ने डायल-112 को बताया कि अगर तत्काल मदद नहीं मिली तो जच्चा-बच्चा को खतरा हो सकता है। इसके बाद डायल-112 के आरक्षक सरजीत सिंह और ड्राइवर नीरज पांडे ने महिला को डायल-112 के वाहन में लेकर कटघोरा अस्पताल के लिए रवाना हुए। रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ने पर गाड़ी में ही प्रसव कराना पड़ा।
जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वस्थ
मितानिन दीदी लक्ष्मी बाई के सहयोग से परिजन की मौजूदगी में ही वाहन में प्रसव कराने का फैसला किया गया। महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को बेहतर इलाज के लिए कटघोरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं।
मददगार डायल-112
कोरबा में डायल-112 की सेवा शुरू की गई थी जिससे ऐसे लोगों को मदद मिल सके। नया आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 डायल करने पर दुर्घटनाओं के अलावा आग लगने पर दमकल वाहन और एम्बुलेंस की सेवा मिल रही है।