Narayanpur,24 अप्रैल 2022। सालों बाद यह पहला मौक़ा था जबकि कोई प्रशासनिक दल ज़िले के दो सर्वोच्च वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ब्रेहबेड़ा पहुँचा हो। नक्सली गढ़ के रुप में पहचाने जाने वाले ब्रेहबेड़ा में एसपी सदानंद कुमार और कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी बाईक से दस किलोमीटर का सफ़र तय करके पहुँचे। इस इलाक़े में फ़ोर्स की आमदरफ्त होती रहती है, लेकिन प्रशासनिक दल का पहुँच कर कैंप लगाना चकित कर गया है।इस पहल ने यह भी साबित किया है कि, विश्वास विकास और सुरक्षा की वह त्रिवेणी जो बस्तर में चल रही है, वह मुकम्मल असर दिखाने लगी है।
कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी और एसपी सदानंद कुमार सिविक एक्शन कार्यक्रम में शामिल हुए और गाँव में स्वास्थ्य कैंप भी लगाया गया। अब तक विकास की चाह मन में होने के बावजूद चुप रहने को मजबूर ग्रामीणों की ख़ुशी सामने थी। ग्रामीणों ने सड़क,आंगनबाड़ी,स्कूल, उचित मूल्य की दुकान, अस्पताल स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति जैसे मूलभूत सुविधाओं में विस्तार की बात कही, जिसे मौक़े पर ही स्वीकार कर लिया गया।
नक्सल प्रभावित ब्रेहबेड़ा अबूझमाड़ में है, और ओरछा से क़रीब दस किलोमीटर भीतर पहाड़ी रास्ते पर मौजूद गाँव है।इस जगह पर पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ होती रही है।इस इलाक़े को माओवादियों का बेस या कि सबसे सुरक्षित इलाका माना जाता है, और इसलिए इस इलाक़े में फ़ोर्स की नियमित गश्त के अलावा प्रशासनिक दल के साथ कलेक्टर और एसपी का पहुँचना और कैंप लगाना क़तई सामान्य बात नहीं मानी जा सकती।