BHOPAL. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कई राज्यों में तेज गर्मी की संभावना जताई है। देश के अधिकतर हिस्सों में अप्रैल से जून के बीच भीषण गर्मी की की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों व प्रायद्वीपीय क्षेत्र को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अप्रैल से जून तक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। इस दौरान मध्य, पूर्वी और उत्तर पश्चिमी भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्मी रहने का अनुमान है।
हीटवेव से परेशान रहेंगे लोग
आईएमडी ने कहा कि इस साल में गर्मी के मौसम के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि अप्रैल में कम से कम 10 राज्यों में हीटवेव अनुभव होने की संभावना है।
देश के कई राज्यों में पड़ेगी प्रचंड गर्मी
मौसम विभाग का कहना है कि बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब और हरियाणा में अप्रैल में प्रचंड गर्मी (हीटवेव) पड़ने की आशंका है। हीटवेव की घोषणा तब की जाती है जब किसी केंद्र का अधिकतम तापमान मैदानों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय इलाकों में कम से कम 37 डिग्री सेल्सियस और पर्वतीय क्षेत्रों में कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है और सामान्य तापमान से विचलन कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो।
मार्च में बारिश के कारण तापमान रहा कम
भारत में 1901 के बाद से 2023 में फरवरी में सबसे ज्यादा गर्मी रही। हालांकि, सात पश्चिमी विक्षोभ के कारण सामान्य से अधिक बारिश होने के कारण मार्च में तापमान में गिरावट रही। मार्च 2022 अब तक का सबसे गर्म और 121 वर्षों में तीसरा सबसे सूखा वर्ष था। वर्ष 1901 के बाद से पिछले साल ही देश का तीसरा सबसे गर्म अप्रैल, ग्यारहवां सबसे गर्म अगस्त और आठवां सबसे गर्म सितंबर भी देखा गया।
अप्रैल में कुछ इलाकों में हो सकती है बारिश
भारत में अप्रैल में सामान्य बारिश की संभावना है। साल 1971 से 2020 के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में देश में औसतन 39.2 मिलीमीटर बारिश हुई। उत्तर पश्चिमी, मध्य और प्रायद्वीपीय क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है जबकि पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश की संभावना है।