शिवम दुबे, RAIPUR. रायपुर के ट्रैफिक टीआई राकेश चौबे को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप है कि टीआई राकेश चौबे गर्ल्स हॉस्टल में वर्दी पहनकर घुसे थे और हंगामा मचाया था। हंगामे का सीसीटीवी वीडियो वायरल हॉस्टल संचालिका ने अधिकारियों को सौंपा था। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने ट्रैफिक टीआई राकेश चौबे को सस्पेंड करके 7 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है। मामले की जांच डीएसपी (आदिवासी अत्याचार निवारण) को सौंपी गई है। संकेत हैं कि निलंबित निरीक्षक राकेश चौबे के खिलाफ FIR भी दर्ज हो सकती है।
पीड़िता ने दर्ज कराई थी शिकायत
देवेंद्र नगर सेक्टर-3 में हॉस्टल संचालिका ने शिकायत करते हुए लिखा था कि वे गर्ल्स हॉस्टल का संचालन करती हैं और आदिवासी महिला हैं। 24 मार्च को ट्रैफिक टीआई राकेश चौबे ने वर्दी में आकर जबरदस्ती ऑफिस घुसपैठ की और महिला के साथ विशेष जातिसूचक अभद्र गाली-गलौज की। महिला ने आरोप लगाया है कि उसके साथ मारपीट भी की गई है। हॉस्टल संचालिका की लिखित शिकायत में इस बात का भी उल्लेख है कि ट्रैफिक टीआई ने उसे यौन हमले की धमकी दी और अधिकारियों से जोड़कर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। ट्रैफिक टीआई ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
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शिकायत और वीडियो फुटेज के आधार पर एक्शन
रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने सीसीटीवी फुटेज में ट्रैफिक टीआई राकेश चौबे को महिला की शिकायत के अनुरूप ही हरकत करते पाया, जिसके बाद टीआई को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। मामले में 7 दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन तलब किया गया है। जांचकर्ता अधिकारी अजाक के डीएसपी बनाए गए हैं। निलंबन आदेश की प्रतिलिपि उस गंज थाने में भी भेजी गई है जहां पर कि पीड़िता ने घटनाक्रम की शिकायत की थी। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के आदेश में उल्लेखित है कि टीआई राकेश चौबे का आचरण अनुशासनहीनता और अशोभनीय था जिससे पुलिस विभाग की छवि धूमिल हुई है।