Raipur. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दो ट्विट को रिट्विट कर सीएम बघेल पर निशाना साधा है। पहले ट्विट में राज्यपाल पर सीएम बघेल की टिप्पणी को लेकर डॉ रमन सिंह ने राज्यपाल पर टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है। डॉ रमन सिंह ने राज्यपाल के लिए महिला और आदिवासी शब्द का उपयाेग करते हुए सीएम बघेल के आक्षेप पर प्रश्न खड़े किए हैं जबकि दूसरे ट्विट में संत कबीर दास जी के दोहे के साथ सवाल किया है कि, सांप्रदायिक उपद्रव कांग्रेस काल में ही क्यों दिखता है।
यह है मसला
पहला जो रिट्विट डॉ रमन सिंह ने किया है उसमें सीएम बघेल ने राज्यपाल अनुसूईया उईके पर टिप्पणी वाले वीडियो के साथ लिखा था
“राज्यपाल महोदया कह रहीं हैं कि आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर के लिए मार्च तक इंतजार कीजिए।क्या मार्च में कोई मुहूर्त निकला है?अगर ऐसा है तो जनता के साथ भी साझा कर दें”
सीएम बघेल के इस ट्विट को रिट्विट करते हुए डॉ रमन सिंह ने तीखे तेवर के साथ लिखा
“दशकों की सत्ता के बाद @INCIndia ने संवैधानिक पदों को अपनी विरासत समझ लिया है।एक समय था जब @RahulGandhi ने देश के सामने अपनी सरकार का अध्यादेश फाड़कर प्रधानमंत्री पद का अपमान किया था।एक आज का छःग है जहां दाऊ @bhupeshbaghel आदिवासी महिला राज्यपाल पर आए दिन आक्षेप मढ़ रहे हैं”
सीएम बघेल का एक और ट्विट है जिसमें सीएम बघेल ने मीडिया से खुद के संवाद का वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने बीजेपी को सांप्रदायिक बताते हुए लिखा
“भाजपा की मास्टरी सिर्फ दंगा फैलाने में है।”
डॉ रमन सिंह ने इस ट्विट को रिट्विट करते हुए संत कबीर दास का दोहा लिखा और सवाल किया कि, यदि बीजेपी सांप्रदायिक है तो पंद्रह साल में कोई सांप्रदायिक घटना क्यों नहीं हुई। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने लिखा
“दोस पराए देखि करि, चला हसन्त हसन्त,
अपने याद न आवई, जिनका आदि न अंत।
दाऊ @bhupeshbaghel भाजपा को सांप्रदायिक बताते है तो डेढ़ दशक में छःग में कोई सांप्रदायिक घटना क्यों नहीं हुई? यह उपद्रव कांग्रेस काल में ही क्यों दिखता है?
कवर्धा हिंसा,रायपुर हिंसा,नारायणपुर हिंसा”