/sootr/media/post_banners/dee3d640f0e10458780c9f286da05da2fe82321df99b04257ae5879bb2ee8ab4.jpeg)
AMBIKAPUR. अंबिकापुर में बच्चों की मौत के मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एसएनसीयू में चार नवजातों की मौत के सप्ताहभर बाद जांच प्रतिवेदन सौंपा गया। इसके बाद दो डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, अस्पताल अधीक्षक को भी हटा दिया गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अवर सचिव जनक कुमार ने आज देर शाम इसके आदेश जारी कर दिए हैं। निलंबन के दौरान दोनों डॉक्टरों का मुख्यालय सिविल सर्जन कार्यालय सूरजपुर रहेगा। हटाए गए डॉक्टरों में एक गायनेकोलॉजिस्ट व दूसरा पीडियाट्रीशियन है। आदेश में कहा गया है कि दोनों डॉक्टरों ने अपनी ड्यूटी में घोर लापरवाही बरती। इससे ही मासूमों की सिक इंटेसिव केयर यूनिट में मौत हो गई।
यह भी पढ़ेंः उज्जैन में महाकाल लोक से शुरू होगी 5G सर्विस, सीएम शिवराज सिंह चौहान कल करेंगे शुरुआत
डॉ. आरसी आर्या को प्रभार
इस मामले में पीडिया विभाग के सीनियर रेसीडेंट डॉ. कमलेश प्रसाद विश्वकर्मा और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. मंजू एक्का को सस्पेंड किया गया है। अधीक्षक डॉ. लखन सिंह के स्थान पर पैथोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. आरसी आर्या को अधीक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। आदेश में बताया है कि डॉ. विश्वकर्मा की रात में ड्यूटी एसएनसीयू में थी, लेकिन वे मौजूद नहीं थे और न ही उन्होंने भर्ती शिशुओं के इलाज के लिए पहल की। इसी प्रकार डॉ. लखन सिंह को अधीक्षक (एमएस) के प्रभार से हटाकर उनकी जगह कॉलेज के ही पैथोलॉजी विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. आरसी आर्या को एमएस का प्रभार दिया है। डॉ. आर्या एमएस के साथ-साथ वर्तमान शैक्षणिक कार्यों का भी निर्वहन करेंगे।
ये है पूरा मामला
सप्ताहभर पहले सोमवार को भोर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती चार नवजातों की तीन घंटे के भीतर मौत हो गई थी। इसको लेकर काफी हंगामा हुआ था। मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और सचिव आर प्रसन्ना उसी दिन अस्पताल पहुंचे थे और जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया था।