JAGDALPUR. छत्तीसगढ़-तेलंगाना और छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की सीमा पर ऑपरेशन करने वाले पुलिस जवानों को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने (आतंक निरोधक) सम्मान किया है। अलग-अलग मोर्चों पर पुलिस और सुरक्षा बलों के महत्वपूर्ण ऑपरेशन और उसके बेहतर क्रियान्वयन के आधार पर मिलने वाले स्पेशल ऑपरेशन मेडल इस बार छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन करने के लिए तेलंगाना पुलिस को मिला है। तेलंगाना की ग्रेहाउंड ने छत्तीसगढ़ बस्तर के सुकमा और बीजापुर जिले में सक्रिय 3 माओवादियों को एक खास इंटेलिजेंस बेस्ड ऑपरेशन के दौरान मई 2022 में जंगलों के भीतर दाखिल होकर गिरफ्तार कर लिया था। इसी तरह महाराष्ट्र पुलिस के 11 पुलिस जवानों और अधिकारियों को गढ़चिरौली में एक बड़े ऑपरेशन में एमएमसी जोन के कमांडर मिलिंदतेलतुमदे समेत 26 नक्सलियों को मार गिराने के ऑपरेशन के लिए पुरस्कार दिया गया है।
तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा पर नक्सलियों को पकड़ा था
बता दें कि यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ के किस्टाराम थाना अंतर्गत अंजाम दिया गया, जो तेलंगाना और छत्तीसगढ़ का सीमाई क्षेत्र भी है। यह ऑपरेशन इसलिए खास था कि नक्सलियों की हार्ड कोर जोन में पहुंचने के बाद तेलंगाना और सीआरपीएफ के जवानों की टीम ने इन तीन नक्सलियों को घेराबंदी कर पकड़ा और वहां से बिना मुठभेड़ के ही बाहर निकाल कर ले आए।
पीएलजीए का प्रमुख कमांडर था एक नक्सली
पकड़े गए तीन माओवादियों में एक माड़वी नंदा जो कि माओवादियों के मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर हिड़मा के बाद पीएलजीए का प्रमुख कमांडर था, उसे भी पकड़ा गया था। इस ऑपरेशन को तेलंगाना पुलिस की बड़ी सफलता माना गया, इसमें एक बड़े नक्सली कमांडर को जिंदा पकड़ा गया है।
गढ़चिरौली में महाराष्ट्र पुलिस ने चलाया था अभियान
वहीं महाराष्ट्र पुलिस के 11 पुलिस जवानों और अधिकारियों को गढ़चिरौली में एक बड़े ऑपरेशन में एमएमसी जोन के कमांडर मिलिंदतेलतुमदे समेत 26 नक्सलियों को मार गिराने के ऑपरेशन के लिए पुरस्कार दिया गया है। यह ऑपरेशन 2021 में हुआ था, यह ऑपरेशन भी छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव की सीमा से लगा हुआ था, जिसमें एमएमसी जून के सचिव मिलिंद समेत 26 प्रमुख नक्सली कमांडर मारे गए थे।
आतंक निरोधक गतिविधियों को रोकने के लिए मिला सम्मान
साल 2018 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंक निरोधक गतिविधियों एवं सीमाएं क्षेत्रों में श्रेष्ठ ऑपरेशन करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को पुरस्कृत करने के लिए शुरू किया गया था। पुरस्कार के लिए इसमें ऐसे ऑपरेशन को चुना जाता है। इसका असर समाज के बड़े हिस्से पर हुआ हो और ऑपरेशन की प्लानिंग और उसकी उपयोगिता काफी महत्वपूर्ण हो। महाराष्ट्र तेलंगाना के अलावा पंजाब जम्मू कश्मीर और दिल्ली पुलिस को भी स्पेशल ऑपरेशन के लिए यह मेडल प्रदान किया गया है। यह सम्मान हर साल 31 अक्टूबर को सभी राज्यों की पुलिस और अधिकारियों के बेहतर काम को ध्यान रखते हुए दिया जाता है।