BILASPUR. देशभर में वंदे भारत एक्सप्रेस से जानवरों की टकराने की खबर मिल चुकी है। इस बीच छत्तीसगढ़ में भी एक बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। जानकारी के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस राजनांदगांव से दुर्ग के लिए निकली और रास्ते में मुड़हीपार के पास ट्रैक पर 2 बछड़े चपेट में आ गए। इस दौरान ड्राइवर ने बछड़ों को ट्रैक पर देखा, ट्रेन की रफ्तार 130 किलोमीटर थी।
लोको पायलट ने कम की रफ्तार
ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन की रफ्तार काफी कम कर ली, फिर भी इंजन से टकराए बछड़े छिटककर दूर गिरे और उनकी मौत हो गई। रफ्तार कुछ कम रहने से ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बची और ट्रैक को भी नुकसान नहीं हुआ। इंजन क्षतिग्रस्त हुआ जिसकी मरम्मत कर दी गई है। छत्तीसगढ़ में वंदे भारत के इंजन से बछड़े या किसी इंसान के टकराने का ये पहला मामला है। लोको पायलट ने स्पीड कम की, फिर ब्रेक लगाए इसलिए हादसा टल गया।
कोचिंग डिपो में हुई इंजन की मरम्मत
नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस राजनांदगांव से छूटी और 4-5 मिनट में पूरी रफ्तार से दौड़ने लगी। शाम 5.27 बजे ट्रेन मुड़हीपार स्टेशन यार्ड में दाखिल हो ही रही थी कि 2 बछड़े पटरी के बीच आकर इंजन से टकरा गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों बछड़े छिटककर दूर जा गिरे और दोनों की मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रेन कुछ देर वहां रुकी। टक्कर से वंदे भारत एक्सप्रेस के इंजन का निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है लेकिन वो ऑन था। कल रात में ट्रेन बिलासपुर पहुंची, तब कोचिंग डिपो में इंजन की मरम्मत की गई।
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आरपीएफ को किया गया अलर्ट
बिलासपुर से लेकर नागपुर तक पटरियों की दोनों तरफ खुला है। इसके कारण मवेशी से लेकर कई जानवर ट्रैक पर आ जाते हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस से मवेशियों के टकराने की कई घटनाएं हो चुकी है। इसके अलावा इस ट्रेन में पत्थरबाजी भी हो चुकी है। इस सेक्शन में रेलवे ने आरपीएफ को मवेशियों के मामले में अलर्ट किया है।