KORBA. छत्तीसगढ़ में जहां नान जैसा बड़ा घोटाला सामने आ चुका हो वहां राशन सप्लाई में किस तरह गड़बड़ी की जाती है वह कोरबा में सामने आया है। यहां नान के गोदाम से उचित मूल्य की दुकान में राशन वितरित करने के लिए निकला मेटाडोर राशन दुकान पर पहुंचने की जगह सड़क किनारे खड़ा मिला। अनलोडिंग होने से पहले ही किसी ने पुलिस को फोन कर दिया और फिर मौके पर पहुंची पुलिस ने राशन समेत मेटाडेार को जब्त कर लिया है।
कहां पहुचा राशन से भरा वाहन
मामला कोरबा के कोतवाली थाना क्षेत्र का है। वाहन में लोड 32 क्विंटल चावल को नान गोदाम शिवाजी नगर से रवाना किया गया था। गोदाम से तीन किलोमीटर दूर राशन दुकान तक जाने में मुश्किल से 15 मिनट का समय लगता है, लेकिन, चार घंटे बाद भी राशन दुकान तक नहीं पहुंचा था। इस संबंध में भारतीय खाद्य निगम सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य राजकुमार दुबे ने बताया कि वाहन क्रमांक सीजी 12 एएक्स 3224 में चावल भरे वाहन को जानबूझकर जिला अस्पताल के पास रोका गया था। एक घंटे तक रोकने के बाद वाहन चालक चावल को शिवाजी नगर के बजाए डीडीएम रोड पहुंच गया।
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पुलिस को देने लगा गोलमोल जानकारी
तब इसकी जानकारी साइबर सेल पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने वाहन चालक से पूछताछ की। तब वह सही जानकारी देने के बजाए गोलमोल जवाब देने लगा। इस पर पुलिस ने वाहन को कोतवाली थाने में ले जाकर खड़े कर दिया। पुलिस अभी भी वाहन चालक से पूछताछ कर रही है।
एक बड़ी गड़बड़ी ये भी
मामले की जांच में पुलिस को ये भी पता चला है कि मिलर की गाड़ी का उपयोग नागरिक आपूर्ति निगम से चावल ले जाने के लिए किया गया था। नान सलाहकार समिति के सदस्य दुबे ने भी बताया कि यह नियमों के खिलाफ है, जिसकी जांच होनी चाहिए। वहीं जिला खाद्य अधिकारी जेके सिंह का कहना है कि चावल भरे वाहन को किस वजह से डीडीएम रोड ले गए इसका पता पुलिस की पूछताछ के बाद ही चलेगी। वाहन में जितना चावल भेजा गया था, उतना ही पाया गया है।