याज्ञवल्क्य मिश्रा, Raipur. राजधानी में चल रहे ऑटो एक्सपो में बिक रही गाड़ियों पर राज्य सरकार द्वारा दी गई रोड टैक्स में पचास फीसदी की सीधी छूट से चार पहिया और दो पहिया वाहनों की बिक्री में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई है। इस रिकॉर्ड छूट का नतीजा यह है कि बीते साल यानी 2022 में 24 मार्च से 14 अप्रैल तक 800 कारें बिकी थीं, लेकिन रोड टैक्स में पचास फीसदी छूट की वजह से इस अवधि में एक्सपो के बैनर तले 3000 कारें बिकी हैं। इस एक्सपो में अब तीन दिन शेष हैं। अभी तक 8125 वाहन (दो पहिया तथा चार पहिया ) बिक गए हैं।
पहला राज्य जिसने पचास फीसदी टैक्स की छूट दी
ऑटो एक्सपो लगते रहे हैं, लेकिन यह पहला मौका है, जबकि किसी राज्य सरकार ने सड़क कर पर सीधे पचास फीसदी की छूट दे दी हो। इस ऑटो एक्सपो से वाहन डीलरों की तो बल्ले-बल्ले हो गई है, लेकिन एक अनुमान यह भी है कि इससे परिवहन विभाग को कम से कम दस करोड़ की चपत लगी है।
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आखिर सरकार को क्या हासिल?
अर्थशास्त्र कार को विलासिता पूर्ण आवश्यकता की श्रेणी में रखता है। यह समझ पाना मुश्किल है कि लक्जरी आइटम पर टैक्स की छूट देने से राज्य सरकार के वित्त विभाग को क्या लाभ हुआ। एक कयास यह है कि यदि इस छूट के आकर्षण से अन्य राज्य के निवासियों ने यहां से वाहन खरीदे हो तो इस रूप में लाभ माना जा सकता है कि यह वो राजस्व था, जो राज्य सरकार को किसी सूरत नहीं मिलना था। दूसरे राज्य का निवासी इस राज्य को पचास फीसदी ही सही राजस्व दे तो गया। लेकिन उस स्थिति में यह सवाल है कि क्या इस छूट से हुए नुकसान की भरपाई हो पाई ? यह पता भी ऑटो एक्सपो के समाप्ति के बाद ही पता चलना है।