Balrampur-Ramanujganj।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रशासनिक तंत्र को समझाईश दी है कि,वे व्यवस्था को इस तरह दूरूस्त करें कि, जनता में यह संदेश जाए कि, शिकायत देते ही कार्यवाही होती है, सूझाव देते ही अमल होता है। यह समझ ना बने कि, किसी समस्या का समाधान तब ही होगा,जबकि मंत्री या मुख्यमंत्री आए। सीएम बघेल ने राजपुर में जिले के प्रशासनिक अधिकारियाें की बैठक लेते हुए उक्ताशय की बात कह रहे थे। सीएम बघेल ने कल कुसमी में पीडीएस दुकान में मिली महिला जिसकी शिकायत के बाद उन्होने सीएमओ को सस्पेंड किया था, का जिक्र करते हुए सवाल किया कि,क्या इस स्थिति के लिए केवल सीएमओ दोषी है। कलेक्टर जो समीक्षा बैठक लेते हैं उसमें क्या करते हैं। राज्य के प्रशासनिक तंत्र के अभिभावक मुख्यमंत्री बघेल ने सवालिया लहजे में कहा
मैं कल पीडीएस शॉप में गया,तो वहाँ तो महिला नहीं थी,महिला दूर में खड़ी थी,मैं ही बुलाया उसको..उन्होंने कहा कि मुझे राशन कार्ड नहीं मिला है.. क्या इसके लिए बस सीएमओ दोषी है..क्या उसके लिए कलेक्टर ज़िम्मेदार नहीं है.. क्या विभाग के अधिकारी ज़िम्मेदार नहीं है.. क्यों ऐसा होना चाहिए दो साल से तीन साल से राशन कार्ड कटा हुआ है.. मिल ही नहीं रहा..आप लोग समीक्षा किए फिर क्या देखे..
सीएम बघेल ने समझाईश के लहजे में लेकिन सख्त स्वरों में कहा
मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूँ..मैं केवल ज़िम्मेदारी का भान करा रहा हूँ..एक राशन कार्ड के लिए मुख्यमंत्री को निर्देश करना पड़े इससे ख़राब बात और क्या हो सकता है
सीएम बघेल ने अधिकारियाें से कहा है कि, व्यवस्था कुछ इस तरह से पुख्ता करिए कि,जनता को यह ना लगे कि, उसकी समस्या का समाधान तब ही होगा जबकि मंत्री या मुख्यमंत्री आएंगे,जनता को यह मुकम्मल लगना चाहिए कि,यदि वह शिकायत करेगी तो तुरंत कार्यवाही होगी और यदि सुझाव देती है तो उस पर अमल होगा। फिर चाहे बिजली खंभा लगाने की या किसान को बिजली कनेक्शन देने की मांग हो या कि कोई शिकायत हो।