SAKTI. नवगठित सक्ती जिले के जैजैपुर क्षेत्र में जंगली हाथी देखने जाना दो दोस्तों को भारी पड़ गया। हाथी ने अचानक उन पर हमला कर दिया और एक की कुचलकर जान ही ले ली। जबकि दूसरे की हालत नाजुक बनी हुई है और अस्पताल में उसका उपचार किया जा रहा है।
ये इलाका हाथियों के लिए संवेदनशील रहता है
दरअसल, इस इलाके में रायगढ़ व जशपुर क्षेत्र के जंगलों से हाथियों की आमदगी होती है। ऐसे में ये इलाका संवेदनशील रहता है। हालांकि यहां जंगली हाथियों के आने की घटनाएं कभी-कभार ही सामने आते हैं। इस बार भी अचानक एक दल बीते गुरुवार से देखा गया है। इसके साथ ही वन विभाग के अमले ने लोगों को सतर्क करना शुरू कर दिया है। उन्होंने जिन आबादी इलाकों के आसपास हाथी पहुंच रहे हैं या जहां संभावित क्षेत्र है वहां के लोगों को बेवजह जंगल और खार में जाने से मना किया है। वहीं मवेशियों को लेकर भी नहीं जाने की हिदायत दी गई है।
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32 वर्षीय गोरेलाल भाग नहीं सका, हाथी ने पैरों से कुचल दिया
इन सबके बाद भी दो दोस्त सिर्फ जंगली हाथी देखने के शौक में ही जैजैपुर क्षेत्र के उस इलाके में पहुंच गए जहां हाथियों के दल को देखा गया था। इस बीच कौतुहलवश एक हाथी के वे इतने पास पहुंच गए कि उसने दोनों को दौड़ा दिया। बचने के लिए उन्होंने भागने की कोशिश की, लेकिन 32 वर्षीय गोरेलाल भाग नहीं सका और हाथी ने न सिर्फ उसे अपने पैरों से कुचला, बल्कि सूंड में उठाकर भी पटक दिया। जबकि उसके साथी को भी गंभीर चोटें आई।
हाथी ने गोरेलाल को मृत समझकर छोड़ा, उपचार के दौरान तोड़ा दम
माना जा रहा है कि हाथी ने गोरेलाल को मृतक समझकर छोड़ दिया और जंगल की ओर चला गया। जब आसपास के लोगों को लगा कि अब वे सुरक्षित हैं तो पास जाकर देखा। गोरेलाल की सांसें चल रही थीं। तत्काल उसे जैजैपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन उपचार के दौरान ही उसकी मौत हो गई। जबकि उसके साथी का उपचार अब भी जारी है। वहीं उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।