RAIPUR. वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ की महिला पर्यवेक्षकों ने 17 मार्च, शुक्रवार को अपनी आवाज बुलंद की। प्रदेशभर की महिला पर्यवेक्षक रायपुर के बूढ़ातालाब धरना स्थल पर जुटीं। इन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान रस्साकसी का आयोजन किया। कुछ महिलाओं ने छत्तीसगढ़ शासन का तख्ती थामी। दूसरी ओर बड़ी संख्या में पिंक ड्रेस में महिला पर्यवेक्षक रहीं। इन्होंने सरकार पक्ष को पराजित कर दिया।
बैलून पर लिखी अपनी मांगें
महिला पर्यवेक्षकों ने अपनी मागों को बैलून पर लिखकर आकाश में उड़ाए। इन्होंने बताया कि हमारे साथ समकक्ष पदों पर जिन लोगों की भर्ती हुईं, आज वो 4200 ग्रेड पे पर चले गए हैं, लेकिन हमारा वेतन 5वें वेतनमान के बाद से नहीं बढ़ा है। हमारा वेतन बढ़ाकर 4200 ग्रेड पे किया जाए।
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अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकती है पर्यवेक्षक
महिला पर्यवेक्षकों ने चेतावनी दी कि सरकार जल्द मांग पूरा नहीं करती है तो अगले महीने से पर्यवेक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएगी। छग पर्यवेक्षक संघ की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु परिहार ने कहा कि कि न्याय यात्रा की तर्ज पर महिला पर्यवेक्षक भी पदयात्रा कर प्रियंका गांधी तक पहुंचेंगी और उन्हें अपनी मांग से अवगत कराएंगी
अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर विधवाओं ने निकाली रैली
इधर, 152 दिनों से अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन जारी है। शिक्षाकर्मी की विधवाओं और परिजनों ने विधानसभा घेराव का ऐलान किया। विधवाओं और इनके परिजनों ने शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाली, लेकिन स्मार्ट सिटी गेट के सामने पुलिस ने इन्हें रोक दिया। इसके बाद सारे परिजन पुलिस के सामने गांधीजी के तीन बंदर की तरह, मुंह, आंख और कान ढंककर बैठ गए। संदेश था, कि सरकार उनकी समस्या से भी मुंहफेर बैठ गई है।