देश भर में कोरोना वायरस (corona virus) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (new variant omicron) के बढ़ते केसेज के बीच ही सरकार ने लोगों को बूस्टर डोज (booster dose) देने को लेकर फैसला किया है। अब भारत (india) में भी जल्द बूस्टर डोज लोगों को दिया जाएगा।जनवरी से यह अभियान (campaign) शुरू होने जा रहा है।
क्या होती है बूस्टर डोज
बूस्टर डोज वैक्सीन ही होती है।बूस्टर डोज में वैक्सीन के मुकाबले संक्रमण से लड़ने की दर ज्यादा होती है।जिन लोगों का इम्यून सिस्टम (immune system) कमजोर होता है,उन्हें बूस्टर डोज की सबसे ज्यादा जरुरत होती है।
बूस्टर डोज की जरूरत क्यों
बूस्टर डोज वैक्सीन (vaccine) से ज्यादा प्रभावी है । इसमें रोगों से बचाने की दर ज्यादा होती है। बूस्टर डोज उन लोगों को दिया जाएगा जिन्हें दोनों डोज लगे 9 महीने बीत चुके हों। इसके साथ ही गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को ,फ्रंटलाइन वर्कर्स को, स्वास्थ्य कर्मचारियों को बूस्टर डोज दिया जाएगा।
किस वैक्सीन का दिया जाएगा बूस्टर डोज
जिस वैक्सीन की पहली की दो खुराकें दी गईं हों । उसका बूस्टर डोज नहीं दिया जाएगा। अगर आपको कोविडशील्ड (covidshield) की दो खुराकें लगी हैं ।तो बूस्टर डोज आपको कोवैक्सीन की लगेगी।वैक्सीन और बूस्टर डोज में कौन ज्यादा प्रभावी है यह देखा जाए तो वैक्सीन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है वहीं बूस्टर डोज वैक्सीन की क्षमता को बढ़ाता है ।वैक्सीन सिर्फ 6 महीने या 1 साल तक असरदार रहती है वहीं बूस्टर डोज वायरस के नए वैरिएंट्स से बचाने में कारगार है।
कहां होगा रजिस्ट्रेशन
जैसा की पहले दो खुराकें लेने के लिए आपने सरकार के Cowin ऐप रजिस्ट्रेशन कराया था।ठीक वैसे ही बूस्टर डोज के लिए भी Cowin ऐप पर ही रजिस्ट्रेशन होगा ।
बूस्टर डोज के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट्स
60+ वालों को मेडिकल सर्टिफिकेट (medical certificate) दिखाना होगा। सर्टिफिकेट में यह जरूर लिखा होना चाहिए की व्यक्ति को कोई गंभीर बिमारी है। गंभीर बिमारी का लिखा होना जरूरी।
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