मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 2 करोड़ के पार पहुंच गया है, उसके साथ ही कहीं-कहीं वैक्सीन की कमी भी देखने को मिल रही है। भोपाल में वैक्सीन की कमी के कारण वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों को वापस लौटना पड़ा। जिसपर कांग्रेस ने सरकार को घेरा।
सीएम ने दी बधाई
मध्य प्रदेश में 28 जून को वैक्सीन की कुल 2 करोड़ 2 लाख 83 हजार 723 डोज लगाई जा चुकी है। जानकारी के मुताबिक 23,92,064 लोगों को सेकंड डोज भी दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर खुशी जताई और लिखा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू हुए विश्व के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान में MP ने अब तक 2 करोड़ वैक्सीन के डोज लगाकर नागरिकों को मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर सभी फ्रंटलान वर्करों और नागरिकों को बधाई!
वैक्सीनेशन सेंटर किए कम
28 जून को मध्यप्रदेश में वैक्सीन की 4 लाख 69 हज़ार डोज ही उपलब्ध थी। जिसके चलते सभी जिलों में वैक्सीन सेंटर कम कर दिए गए। सरकार ने 28 जून को 25 फीसदी से कम वैक्सीनशन वाले जिलों में टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाने के लिए सोमवार को यह नियम बनाया। हर संभाग से दो जिलों को चुना गया जहां वैक्सीनेशन की रफ्तार अब तक धीमी थी।
कांग्रेस ने सरकार को घेरा
कांग्रेस ने वैक्सीनेशन की गति धीमी करने के लिए सरकार पर तंज कसा। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि वैक्सीन का रिकॉर्ड बनाने के लिए सरकार वैक्सीन को रोक-रोककर वैक्सीनेशन अभियान चला रही है। जवाब में सरकार की ओर से चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सरकार ने 16 लाख वैक्सीन लगाकर रिकॉर्ड बनाया है, इसलिए हमसे उम्मीद भी ज्यादा है। यह बात सही है कि हम एक दिन में 10 लाख वैक्सीन भी लगा रहे हैं इसलिए आपको लग रहा होगा कि चार लाख ही क्यों लगा रहे? विश्वास सारंग ने कहा कि एक-दो दिन वैक्सीनेशन कम हो सकता है लेकिन हम फिर भी काफी तेजी से वैक्सीनेशन कर रहे हैं।