दुनियाभर में कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए वैक्सीन(Vaccine) सबसे बड़ा हथियार बनकर सामने आया है। देश-विदेश हर जगह वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है। होटल से लेकर दफ्तर तक कई जगह वैक्सीनेशन अनिवार्य कर दिया है। खबर है कि गूगल(Google) भी अपने ऐसे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएगा जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है या वैक्सीन ना लेने की बात कह रहे हैं।
नो वैक्सीन, नो सैलेरी, नो जॉब
गूगल ने अपने कर्मचारियों को वैक्सीनेशन को लेकर अलर्ट किया है। गूगल कहना है कि जिन कर्मचारियों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई और अपने वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को अपलोड नहीं किया है वो तुरंत करा लें, वरना उनकी सैलरी काटी जा सकती है और नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
18 जनवरी तक अपलोड करना होगा वैक्सीन सर्टिफिकेट
एक लीक डॉक्यूमेंट के मुताबिक जिसमें गूगल ने कर्मचारियों को अपने वैक्सीनेशन का स्टेटस और मेडिकल या धार्मिक छूट से जुड़े डॉक्यूमेंट जमा करने के लिए 3 दिसंबर तक का समय दिया था। अब कंपनी ने कर्मचारियों को वैक्सीनेशन का समय 18 जनवरी तक कर दिया है।
वैक्सीन न लगाने वाले कर्मचारियों से सीधे होगा कॉन्टैक्ट
गूगल ने कहा है कि अगर कोई भी कर्मचारी 3 दिसंबर से पहले अपना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट अपलोड नहीं करता है , तो वो उनसे कॉन्टैक्ट करना शुरू करेगा। इसके बाद उन्हें कर्मचारी 18 जनवरी तक के लिए वैक्सीनेशन करने का समय देगा। इसके बावजूद वे ऐसा नहीं करते तो उन्हें 30 दिनों के लिए पेड एडमिनिस्ट्रेटिव लीव पर रखा जाएगा। इसके बाद 6 महीने तक अनपेड पर्सनल लीव पर रखा जाएगा। इसके बाद भी वे वैक्सीनेशन नही करवाते तो उसके बाद उनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा।
वर्क फ्रॉम होन का फैसला टाला
गूगल ने कहा था कि वह जनवरी में ऑफिस शुरू करेगा। 10 जनवरी से हफ्ते में कम-से-कम तीन दिन कर्मचारियों को ऑफिस बुलाया जाएगा और फिर धीरे-धीरे वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी खत्म कर दी जाएगी, लेकिन ओमिक्रॉन के दस्तक के बाद गूगल ने कहा है कि वह फिलहाल रिटर्न टू ऑफिस प्लान पर अमल नहीं करेगा।
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