नई दिल्ली. कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) 11 राज्यों में फैल गया है। महाराष्ट्र (Maharashtra) एक बार फिर नए वैरिएंट (New Variant) का गढ़ बनता जा रहा है। यहां कुल केस 32 हो गए हैं। 15 दिसंबर को ओमिक्रॉन स्वरूप के केरल में 4, महाराष्ट्र में 4, तेलंगाना में 2 और पश्चिम बंगाल-तमिलनाडु में एक-एक नए मरीजों के साथ एक दिन में 12 मरीजों की पुष्टि हुई। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 73 हो गई है। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ कोरोना के टीके कम असरदार हो सकते हैं।
क्या बोलीं WHO की चीफ साइंटिस्ट
सौम्या स्वामीनाथन ने एक अखबार के साथ बातचीत में कहा कि अभी तक ओमिक्रॉन से सिर्फ एक मौत दुनिया में हुई है, जो थोड़ी राहत की बात है। भी तक जो मामले सामने आए हैं, उससे साफ है कि वैक्सीन लेने वाले लोगों में भी ओमिक्रॉन के केस मिल रहे हैं। यूरोप में कई लोगों ने बूस्टर डोज लगवाई थी, वे भी संक्रमित हुए हैं। हालांकि वे बहुत गंभीर बीमार नहीं हुए हैं। इससे यह संकेत मिल रहा है कि वैक्सीन अपना काम कर रही है। हालांकि अभी इसको लेकर बहुत ज्याद रिसर्च नहीं हुआ है, लिहाजा अभी कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा जा सकता है। भारत में 60% से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। जबकि करीब 40% लोगों को दूसरी डोज भी लग चुकी है। इस लिहाज से वैक्सीनेशन की रफ्तार और बढ़ानी चाहिए।
इन 11 राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले
ओमिक्रॉन से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है, जहां अब तक 32 मामले मिल चुके हैं। वहीं राजस्थान 17 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा गुजरात (4), कर्नाटक (3), केरल (5), आंध्र प्रदेश (1), तेलंगाना (2), पश्चिम बंगाल (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और दिल्ली में (6) मामले हैं।
ब्रिटेन की स्थिति ठीक नहीं
ब्रिटेन (Britain) में एक बार फिर से कोरोना के विस्फोटक हालात हैं। 15 दिसंबर को ब्रिटेन में कोरोना के 78 हजार 610 नए केस दर्ज हुए। ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के खतरे के बीच ये अब तक के सबसे ज्यादा मामले हैं। इससे पहले महामारी की दूसरी लहर के दौरान जनवरी में एक दिन में करीब 68 हजार केस दर्ज किए गए थे। ब्रिटेन में अभी तक 1.10 करोड़ से अधिक की आबादी कोरोना की चपेट में आ चुकी है, जबकि वहां की कुल आबादी 6.70 करोड़ है।
मौजूदा बूस्टर डोज ओमिक्रॉन से लड़ने के लिए काफी: डॉ. फॉसी
अमेरिका के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ. एंथनी फॉसी ने कहा कि मौजूदा बूस्टर शॉट्स ओमिक्रॉन के खिलाफ भी काम करेंगे। नए वैरिएंट के लिए अलग से बूस्टर डोज तैयार करने की जरूरत नहीं है। फॉसी ने कहा कि फाइजर (Pfizer) और बायोएनटेक (BioNtech) के दो डोज इस वैरिएंट के खिलाफ काफी सुरक्षा प्रदान करते हैं।
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