भारत में जल्द ही कोरोना के खिलाफ एक और वैक्सीन आ सकती है। अमेरिका की ग्लोबल हेल्थकेयर कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने अपनी वैक्सीन के भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी है। इस वैक्सीन का सिंगल डोज ही काफी होगा। कंपनी ने शुक्रवार को भारत में वैक्सीन लाने की जानकारी दी। कंपनी ने इससे पहले सोमवार को कहा था कि वह भारत में अपनी सिंगल डोज कोविड-19 वैक्सीन लाने को लेकर प्रतिबद्ध है। इस बारे में भारत सरकार के साथ आगे की बातचीत जारी है। कंपनी द्वारा कहा गया कि जॉनसन एंड जॉनसन प्राइवेट लिमिटेड ने 5 अगस्त 2021 को भारत सरकार के पास अपनी सिंगल डोज कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी यूज अथराइजेशन के लिए आवेदन किया। साथ ही भारत के लोगों को सिंगल डोज वैक्सीन का ऑप्शन मिलेगा। जॉनसन एंड जॉनसन बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के साथ एग्रीमेंट के तहत सिंगल डोज वैक्सीन भारत के अलावा दुनिया को उपलब्ध कराएगी।
भारत में 50 करोड़ की आबादी का वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक करीब 50 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। इसमें को-वैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक-वी के डोज शामिल है। अब तक 18 से 44 साल की उम्र तक के 16.92 करोड़ लोगों को पहला डोज लग चुका है। इसके साथ ही 1.07 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं।
स्पूतनिक का प्रोडक्शन बढ़ने की उम्मीद
भारत बायोटेक कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड का प्रोडक्शन कर रही है। इसके अलावा सितंबर से रूस की वैक्सीन स्पूतनिक का प्रोडक्शन और सप्लाई देश में शुरू होने की उम्मीद है। रूस ने वैक्सीन के प्रोडक्शन के लिए छह भारतीय कंपनियों के साथ करार किया है। अभी भारत में डॉ. रेड्डी स्पूतनिक वी की मार्केटिंग कर रही है और वह जल्द ही प्रोडक्शन शुरू करने वाली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में संसद में जानकारी दी थी कि देश में चार और भारतीय फार्मा कंपनियां एंटी कोरोना वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू करने जा रही हैं। ये कंपनियां अक्टूबर-नवंबर तक प्रोडक्शन शुरू कर देंगी और प्रोडक्शन में तेजी आने के साथ ही देश में वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ेगी।