नई दिल्ली: कोवैक्सिन के बाद जल्द ही एक और स्वदेशी वैक्सीन की मार्केट में एंट्री होने वाली है। 12 से 18 साल के वर्ग के लिए भारतीय फार्मा कंपनी जायडस कैडिला की वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध होगी। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को दिए हलफनामे में इस बात की जानकारी दी है।एनडीटीवी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट द्वारा कोविड मैनेजमेंट को लेकर 31 मई को उठाए गए सवालों के जवाब में स्वास्थ्य मंत्रालय ने 375 पेज का हलफनामा दिया है। कोर्ट ने सभी उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर सरकार से सवाल किया था।
तीसरे फेज के अंतरिम नतीजे की दी जा चुकी है जानकारी
कंपनी की ओर से तीसरे फेज के अंतरिम परिणाम के संबंध में भी सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) को जानकारी दी गई है। यह भी बताया गया था कि किसी भी दिन कंपनी की ओर से आपात इस्तेमाल की इजाजत मांगी जाएगी। आवेदन आने के 2-3 दिनों के अंदर ही सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की बैठक बुलाकर कंपनी की ओर से पेश किए गए तीसरे फेज के परिणाम की रिपोर्ट के आधार पर अनुमति दी जा सकती है।
शुरुआत में 3 डोज की होगी वैक्सीन
जायडस कैडिला की वैक्सीन शुरुआती दौर में 3 डोज की होगी। लेकिन, आने वाले समय में इसे भी अन्य वैक्सीन की तरह दो डोज की वैक्सीन बनाने पर भी काम चल रहा है। सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि वैक्सीन की कीमत तो अभी तय नहीं हुई है, लेकिन यह किफायती होगी। कंपनी की प्रति माह एक करोड़ डोज बनाने की क्षमता है।
12 से 18 वर्ष के 26 करोड़ बच्चे
जायडस कैडिला को जनवरी-2021 में थर्ड फेज के ट्रायल की अनुमति मिली थी। इसमें 28 हजार लोगों पर ट्रायल किया गया। डीएनए टेक्नोलॉजी से तैयार यह पहली वैक्सीन है। 12 से 18 वर्ष की उम्र के बच्चों की आबादी देश में 25 से 26 करोड़ तक है। इनके लिए अभी तक देश में वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
अमेरिकी वैक्सीन हमारे यहां नहीं
फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को कई देशों में बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। मगर अभी तक भारत में दोनों उपलब्ध नहीं हैं।