Indore. 4 दिन पहले इंदौर में सूटकेस में मिली जली लाश के मामले का खुलासा हो गया है। मृतक की बीवी ने ही महाराष्ट्र में उसकी हत्या की थी। दरअसल मृतक उसकी बीवी के साथ मारपीट करता था, इसलिए उसने अपनी बेटी और दामाद के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया। तीनों आरोपियों ने लाश को सूटकेस में भरकर कार की डिक्की में रखा और महाराष्ट्र से इंदौर लेकर आए। इंदौर में उन्होंने सूटकेस को आग लगाकर फेंक दिया।
भोपाल के एमपी नगर से पकड़े गए आरोपी
पुलिस को 10 अप्रैल को एक खेत में सूटकेस में जली हुई लाश मिली थी। वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी भोपाल के एमपी नगर के सिग्नेटिक ब्लू में ठहरे हुए थे। पुलिस ने 4 दिन की कड़ी मेहनत के बाद आरोपियों को धर दबोचा।
आरोपियों ने 9 मिनट में किया काम
पुलिस ने घटनास्थल से करीब आधा किलोमीटर के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो एक कार संदिग्ध स्थिति में आती-जाती दिखी। ये कार रात करीब 3.18 बजे आई और 9 मिनट बाद 3.27 बजे लौट गई। इस कार के आने-जाने के रूट जांचे गए। सोनवाय टोल नाका पर भी इसके फुटेज जांचे, जहां कार का नंबर और मालिक की जानकारी पुलिस को मिल गई। वहीं से दस्तावेजों में दर्ज उसका मोबाइल नंबर भी मिल गया।
कार महाराष्ट्र से इंदौर और फिर भोपाल आई
जांच में पता चला कि कार महाराष्ट्र के कल्याण से चलकर मध्यप्रदेश के भोपाल तक दिखी। सायबर टीम ने मोबाइल नंबर के आधार पर कार की लोकेशन जांची तो कार भोपाल के एमपी नगर के होटल सिग्नेटिक ब्लू में खड़ी मिली। वहां इसका बारीकी से निरीक्षण किया तो डिक्की के पास खून के धब्बे मिले।
आरोपियों ने जुर्म कबूला
आरोपी उमेश ने बताया मृतक उसके ससुर संपत लाल मिश्रा हैं। वे सास राजकुमारी के साथ मारपीट और झगड़ा करते थे। 9 अप्रैल को भी झगड़ा हुआ तो धक्का मारकर गिराया और कपड़े धोने की मोगरी से सिर पर वार कर दिया। लाश को तीनों ने इंदौर में ओवरब्रिज के पास सुनसान खेत में किनारे रखकर पेट्रोल डालकर जला दिया।