BHOPAL. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में एक हजार नई एम्बुलेंस सेवा पर सवाल खड़े किए हैं। दिग्विजय सिंह ने गुना जिले के चाचौड़ा के दो लोगों की मौत को लेकर आरोप लगाया कि एम्बुलेंस नहीं पहुंचने से मौत हो गई। ट्विटर पर दिग्विजय सिंह ने कई गंभीर आरोप लगाए।
दिग्विजय सिंह का ट्वीट
दिग्विजय सिंह ने लिखा, 'सीहोर बाईपास पर दुर्घटना में गुना जिले के चाचौड़ा के परिवार के दो लोगों की मौत की दुखद खबर है। खबर है कि एम्बुलेंस नहीं पहुंचने की वजह से मौत हुई। 2 दिन पहले ही सीएम शिवराज ने भोपाल में एम्बुलेंस की प्रदर्शनी लगाकर लोकार्पण किया था, तो जरूरत पड़ने पर एम्बुलेंस कहां गईं ?' दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर वह वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संबोधित करते हुए बताया गया है।
1000 एम्बुलेंस को दिखाई थी हरी झंडी
घायलों, गंभीर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को त्वरित इलाज के लिए 108-एंबुलेंस की सेवा 29 अप्रैल से शुरू की गई है। इसमें तमाम आधुनिक सुविधाएं हैं। सरकार का दावा था कि इन एम्बुलेंस का रिस्पांस टाइम शहर के लिए 18 मिनट और ग्रामीण क्षेत्र के लिए 25 मिनट रखा गया है, और हर महीने 15 फीसदी मरीज कैब की तरह मोबाइल एप से एंबुलेंस की बुकिंग कर प्राइवेट अस्पताल में इलाज ले सकेंगे।
सीहोर हादसे में बाप-बेटी की मौत
सीहोर स्वास्थ्य महकमे की लचर व्यवस्थाओं ने एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के गृह जिला मुख्यालय को शर्मिंदा कर दिया। सड़क हादसे में घायल हुए एक परिवार को 40 मिनट बाद 108 एंबुलेंस नसीब हो सकी। तब तक मासूम बालिका और उसके पिता की सांसों की डोर टूट चुकी थी। बाद में घायल मां- बेटे को भोपाल रेफर किया गया। जिनकी हालत भी गंभीर बताई गई है।