indore.फर्जी एडवायजरी कंपनी के जरिए करीब चार सौ लोगों से पांच करोड़ की ठगी करने की आरोपी मास्टर माइंड पूजा थापा ने पुलिस पूछताछ में कई राज उगले हैं। जिस समय उस पर केस दर्ज हुआ तब वो गोवा में समुद्र किनारे दोस्तों के साथ पार्टी मना रही थी। वो मामूली सिक्युरिटी गार्ड की बेटी है। माता-पिता में अलगाव के बाद वो मां के साथ देवास और फिर इंदौर
आई और यहां ठगी में लग गई।
सरेंडर के बाद पुलिस पूजा से लगातार पूछताछ कर रही है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि ठगी की दुनिया में आने से पहले वो महज 12 हजार रुपए महीने की नौकरी करती थी लेकिन
अपने बड़े खर्चों , ऐशो आराम की लाइफ के कारण उसे नौकरी रास नहीं आई और अलग-अलग नामों से दो-तीन फर्जी एडवायजरी कंपनी खोल ली। लोगों को ज्यादा मुनाफे का लालच देकर ठगने लगी। इस धंधे में वो बमुश्किल आठ-दस महीने पहले ही आई थी लेकिन उसकी ठगी की रफ्तार इतनी तेज थी कि इतने कम समय में ही साथियों को कमीशन, तनख्वाह आदि देने के बाद भी उसने करीब एक करोड़ रुपए खुद कमा लिए।
सिम तोड़ी, बेंगलुरू भागी
उसे केस दर्ज होने की जानकारी गोवा में लगी। तब वो वहां दोस्तों के साथ पार्टी कर रही थी। उसके बाद उसने अपने मोबाइल की सिम तोड़कर फैंकी, मोबाइल बदला और सीधे बेंगलुरू पहुंच गई। वहां से नया मोबाइल लेकर दिल्ली गई। उसके बाद करीब हफ्ते भर तक पुलिस को छकाती रही। पुलिस उसकी कई संभावित लोकेशन पर पहुंची लेकिन वो हर बार चकमा देकर निकल जाती थी। आखिर बुधवार को उसने खुद ही सरेंडर कर दिया।
परिजनों पर दबाव बनाया
पूजा खुद तो पुलिस की गिरफ्त से दूर थी लेकिन पुलिस ने उस पर दबाव बनाने के लिए परिजनों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया। उसके बहनोई, बहन और मां पर लगातार शिकंजा कसा । उसके बाद उसने सरेंडर कर दिया। लक्जरी लाइफ जीने वाली पूजा सामान्यतः वीकेंड में बड़े शहरों में जाकर पार्टी मनाती थी।
प्रापर्टी की जानकारी जुटा रही पुलिस
पूजा ने जिस तेजी से ठगी की उससे पुलिस का अनुमान है कि उसने प्रापर्टी जरूर खरीदी होगी। उसके फ्लैट से ज्वेलरी, दस्तावेज तो बरामद हुए ही थे। हाल में एक बैंक लॉकर की जानकारी भी पुलिस को लगी है। उसके 14 साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जिनसे करीब 24 लाख नकद, दो लक्जरी गाड़ियां, ज्वेलरी, महंगे मोबाइल, लैपटॉप आदि बरामद हो चुके हैं। पूजा 30 अप्रैल तक रिमांड पर है।