डॉक्टरों को इस दुनिया में भगवान क्यों कहा जाता है यह एक बार फिर से भोपाल में साबित हो गया। यहां 6 डॉक्टर्स की टीम ने 9 घंटे चुनौतीपूर्ण सर्जरी के बाद महिला के दोनों हाथों की कटी कलाइयों को जोड़ दिया। तलवार से ससुर ने महिला के हाथ काट दिए थे। हाथों की खून की नसें कट गई थीं। साथ ही हड्डी भी टूट गई थी। ऐसे में ऑपरेशन के बाद महिला के कलाई से लटके हाथ को दोबारा जोड़ना आसान न था। लेकिन डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई और महिला का होथ जुड़ गया।
तलवार से किए कई वार
मामला विदिशा के बालाजी मंदिर इलाके का है । महिला का ससुर बालाजी मंदिर का पुजारी है। पुलिस के मुताबिक बहू सीमा 11 नवंबर की सुबह घर पर अकेली थी। ससुर कैलाश नारायण चतुर्वेदी महिला से विवाद करने लगा। वह काफी देर तक शांत नहीं हुआ तो सीमा ने उसकी शिकायत पुलिस थाने में करने की बात कही। जिसके बाद गुस्से में आकर कैलाश ने तलवार से सीमा पर 5-6 वार कर दिए। परिजन की मदद से उसे विदिशा के ही जिला अस्पताल ले गए लेकिन बाद में उसे भोपाल रैफर कर दिया।
सनकी मिजास का है ससुर
पुलिस के मुताबिक ससुर कैलाश बेहद सनकी मिजाज का है। घटना को अंजाम देने के बाद वो मौके पर ही मौजूद रहा। उसकी पत्नी सुनीता और बेटा संजू अपनी बुआ के साथ रहते हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तब कैलाश बार-बार यही दोहरा रहा था कि वह पुलिस से नहीं डरता। जब पुलिस आई तो वह बिना किसी विरोध के पुलिस की गाड़ी में बैठ गया। बताया गया है कि कैलाश और सुनीता का चबूतरा बनाने की बात को लेकर विवाद चल रहा था। इसकी शिकायत पहले भी सुनीता ने पुलिस से की थी।
आसान न था ऑपरेशन
नर्मदा अस्पताल के ट्रामेंटोलोजिस्ट व स्पाइन सर्जन डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि हमले में महिला के हाथ की बारीक नसों को बहुत नुकसान हुआ था। इनको जोड़ना बहुत मुश्किल था। लेकिन टीम की मेहनत से ऑपरेशन सफल रहा।