योगेश राठौर, Indore. पुलिस कमिशनरी लागू होने के बाद ऐसा लग रहा है कि इंदौर में बदमाश और बैखोफ होते जा रहे हैं। शहर में लगातार आपराधिक गतिविधियों में इजाफा हो रहा है और पुलिस उन पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। हालत यह है कि रविवार देर रात को बदमाश मोनू दूबे और धीरज वाधवानी को पकड़ने गई पुलिस पर ही गोलियां चला दी गईं। चिनार हिल्स पर पुलिस हत्या के प्रयास के आरोपी को पकड़ने के लिए गई थी। काफी देर तक पुलिस और बदमाशों के बीच गोलियां चली। जब गोलियां खत्म हो गई तो बदमाश यहीं नहीं रूके पकड़े जाने से बचने के लिए चाकू चला दिए, जिसमें पुलिसकर्मी घायल हो गया। आखिर में लंबी जद्दोजहद के बाद पुलिस दोनों बदमाशों को पकड़ सकी। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि मोनू के खिलाफ पहले भी पांच केस दर्ज है। पुलिस लूट की घटनाओं के बारे में दोनों बदमाशों से पूछताछ हो रही है।
यह है मामला
पुलिस ने अभिषेक उर्फ मोनू दुबे निवासी देवगुराडिया और धीरज वाधवानी निवासी काटजू कालोनी के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है। रविवार रात देवगुराडिया के पास चिनार हिल्स पर उनके होने की सूचना मिली, जिस पर पुलिस उन्हें पकड़ने पहुंची। इस दौरान बदमाशों ने गोलियां चला दी। बाद में गोलियां खत्म होने पर पुलिस से बचने के दौरान गिरने से दोनों बदमाश घायल हुए। मोनू अभी अस्पताल में भर्ती है। इस घटना में चाकू लगने से एसआई सचिन त्रिपाठी और सिपाही रविकांत के हाथ में भी चोट आई है। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अफसर, राजेंद्र नगर, गांधी नगर और तेजाजी नगर थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा था।
जुलाई में लगातार तीन हत्याएं, कुल सात हो चुकी
जुलाई माह में अभी तक सात हत्याएं हो चुकी हैं। इसके पहले मार्च और अप्रैल में 6-6 हत्याएं हुईं थीं। बाणगंगा, चंदननगर और द्रराकापुरी क्षेत्र में तीन दिन में एक-एक हत्या हो चुकी है। इससे लगातार पुलिस कमिशनरी व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।